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राहुल गांधी ने कोंग्रेसी कल्चर को बढ़ाया आगे, प्रधानमंत्री मोदी के लिए बकने लगे उलूल जुलूल

दिल्ली के आगामी चुनावों को देखते हुए राजनितिक गलियारों में गतिविधियाँ तेज़ हो गई हैं. हर पार्टी एक दुसरे के ऊपर आरोप मड़ते हुए खुद को बेहतर दिखाने की कोशिश कर रही हैं. इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा हैं. दरअसल राहुल बीते बुधवार दिल्ली के हौज़ काजी की रैली में आया हुआ था . ऐसे में यहाँ उन्होंने अपने भाषण के दौरान नरेंद्र मोदी पर काफी गंदे तरीके से आलोचना किया और कांग्रेस के गाली कल्चर को आगे बढ़ाया . राहुल ने कहा यह जो नरेंद्र मोदी भाषण दे रहा है, मैं आप को बता रहा हूँ ६ महीने बाद, ७-८ महीने बाद ये घर से बाहर नहीं निकल पायेगा, हिन्दुस्थान के युवा इस को ऐसा डंडा मारेंगे, इस को समझा देंगे की हिन्दुस्थान के युवा को रोज़गार दिए बिना यह देश आगे नहीं बढ़ सकता

वैसे यह कैसी भाषा है राहुल की, ऐसा लगता है कोंग्रस के गाली कल्चर को आगे बढ़ाने की पूरी ज़िम्मेदारी लगता है अब राहुल को दिया गया है।। शर्म आनी चाहिए राहुल को देश के प्रधान मंत्री के खिलाफ ऐसी भाषा का प्रयोग करते हुए. अगर वो अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं तो कांग्रेस को चाहिए की उन्हें किसी मानसिक अस्पताल में दाखिल करवा दें

यह कांग्रेस के लिए शर्म की बात है कि उनके एकमात्र नेता राहुल गांधी देश के पीएम मोदी के खिलाफ हिंसा के लिए कहता हैं। वास्तव में वह युवाओं को कानून हाथ में लेने का संकेत दे रहा है । अपने पीएम की कुर्सी के सपने को पूरा करने एक नए प्रयोग पर काम कर रहा है राहुल गाँधी

कांग्रेस आम आदमी पार्टी दोनों जी बाहर कर देश के प्रधानमंत्री मोदी को गाली देने लगे हैं और लगता है की एक तरह से एक कम्पटीशन चल रहा है दोनों के बिच की कौन ज़्यादा गाली देगा .और दूसरी और कांग्रेस और आम आदमी पार्टी द्वारा समर्थित शाहीन बाग़ में बच्चों तक को भी हिंसा सिखाया जा रहा है मोदी और अमित शाह के खिलाफ

हिंसा और नफरत के वातावरण की वजह से निवेशक नहीं

राहुल आगे बताता है – हर कोई यही चाहता हैं कि कोई देश चीन को भी बैलेंस करे. बिजनेसमैन ने अपनी पूंजी चीन में लगाई थी लेकिन वहां वायरस फैलने की वजह से सभी फैक्ट्रियां बंद पड़ी हैं. विश्व के नेता मुझ से कहते हैं कि हम भारत में इन्वेस्ट करना चाहते हैं. लेकिन वहां के हिंसा और नफरत भरे वातावरण के चलते हम अनिश्चितता की सिचुएशन में है. वे चाहते हैं कि ये सब ख़त्म हो जाए.

हिंदू मुस्लिम के बीच नफरत का कारण मोदी – राहुल गाँधी

देश में हिंदू मुस्लिम को लेकर चल रहे माहोल के ऊपर टिपण्णी करते हुए राहुल अपने भाषण में कहता है – साल 2004 से 2014 के मध्य हिंदू मुस्लिम के बीच कोई नफरत नहीं थी. फिर मोदी आए और इन्होने हर जगह जहर फैला दिया. पहले युवा लोगो के पास कई अवसर हुआ करते थे. उन्हें रोजगार मिला करता था. लेकिन आज उनके पास रोजगार ही नहीं हैं, उनका फ्यूचर सिक्योर नहीं हैं. मोदी इसका लाभ ले रहे हैं. कांग्रेस सरकार ने कभी दिल्ली में रहने वालो की जाति या धर्म नहीं पूछा.

वैसे राहुल गांधी के इस भाषण पर आपकी क्या राय हैं हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताए. क्या आपको भी लगता हैं कि देश के वर्तमान माहोल और परिस्थिति के पीछे मोदी सरकार जिम्मेदार हैं?

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