राजनीति

मंच पर फूट फूटकर रोए आजम खान, कहा- ‘मैं इक दिन चला जाऊंगा, लेकिन आप लोग…’

समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान इन दिनों एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। जी हां, आजम खान ने हाल ही में रामपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए जनता के बीच गए। इस दौरान वोट मांगते मांगते उनकी आंखों से आंसू बहने लगे। आंसू के साथ साथ उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार को आड़े हाथों लिया। इतना ही नहीं, इस दौरान उन्होंने रो रोकर अपना दुखड़ा जनता के सामने रखा। साथ ही अपने ऊपर किये गए कानूनी कार्रवाई को लेकर भी वे नाराज दिखाई दिए, जिसके बाद उन्होंने वोट मांगा।

अक्सर विवादों में घिरे वाले आजम खान ने एक बार फिर से सुर्खियों में रहने की तरकीब खोज़ निकाली है, जिसकी वजह से उन्होंने जनता के सामने आंसू बहाए। दरअसल, बीते कुछ सालों में जनता के सामने नेताओं का रोना आम बात हो गया। अक्सर हर दूसरा नेता जनता के सामने आकर घड़ियाली आंसू बहाकर चला जाता है और उसे लगता है कि जनता उस पर यकीन कर लेगी, लेकिन ऐसा हकीकत में होता नहीं है। इतिहास गवाह है कि रोने वाला कभी जीत नहीं सका है, तो फिर आजम खान कैसे जीतने का सपना सजा रहे हैं।

जनता के बीच रोए आजम खान

रामपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर वोट मांगने गए आजम खान फूट फूटकर रोने लगे। इस दौरान उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ जितनी भी कार्रवाई की गई है, जब नकली है, सरकार सिर्फ मुझसे बदला लेना चाहती है, ऐसे में मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है, क्योंकि यहां आने वाले हर इंसान को अपना हिसाब चुकता करना पड़ता है। बता दें कि आजम खान रामपुर के कद्दावर नेता माने जाते हैं। लोकसभा चुनाव में उन्होंने जया प्रदा को भारी मतो से हराया था, लेकिन उस दौरान उन्होंने कई विवादित बयान भी दिए थे।

इंसाफ होकर रहेगा- आजम खान

केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार पर हमला बोलते हुए आजम खान ने कहा कि ये लोग जो कर रहे हैं, इन्हें इसी जन्म में हिसाब चुकता करना पड़ेगा, जिसके बाद ही इन्हें मुक्ति मिलेगी। इस दौरान आजम ने कहा कि मैं रहूं या न रहूं, लेकिन ये तस्वीरें हमेशा रहेंगी, ऐसे में आप लोगों को हमेशा याद आएगा कि एक ऐसा इंसान था, जिसने जो लकीर खींची, उसके सामने कोई और लकीर नहीं खींच सका। मतलब साफ है कि आजम खान इमोशनल होकर जनता से वोट मांगना चाह रहे हैं।

जिसने मुर्गियां चुराई, वो डाकू था- आजम खान

भविष्य की बात करते हुए आजम खान ने कहा कि जब भी मेरी कहानी लिखी जाएगी, तो मेरी बुराई ही लिखी जाएगी। उस समय आप लोग पढ़ना कि एक इंसान था, जिसने मुर्गियां और भैंस चुराई और वो डाकू था। इस दौरान उन्होंने अपने ऊपर दर्ज हुए तमाम मुकदमों को बेबुनियाद और सरकार की बदले की भावना को बताते हुए खारिज किया और कहा कि लोग सिर्फ बदला लेना जानते हैं, अपने अंदर नहीं देखना चाहते हैं।

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