स्वास्थ्य

पैरों को बना दें सुंदर फिश पेडिक्योर, पढ़ें इसे करने से जुड़े फायदे और नुकसान

फिश पेडीक्योर करवाने से पैर सुंदर बन जाते हैं। आमतौर पर होने वाले पेडीक्योर में कई तरह की क्रीम पैरों में लगाई जाती है और पैरों को अच्छे से धोया जाता है। पेडीक्योर करने से पैरों की टैनिंग एकदम दूर हो जाती है और पैरों में चमक आ जाती है। आजकल कई महिलाएं फिश पेडीक्योर करवाना बेहद ही पसंद करती हैं। फिश पेडीक्योर एक थेरेपी होती है जिसके तहत पैरों को एक मछलियों से भरे टब में रखा जाता है। इस टब में मौजूद मछलियां पैरों से डेड स्किन को निकालती हैं और डेड स्किन को खा लेती हैं। कई बड़े ब्यूटी पार्लरों में फिश पेडीक्योर की सुविधा मौजूद होती है और आप आसानी से फिश पेडीक्योर करवा सकते हैं। फिश पेडिक्योर करवाने से कई तरह के फायदे और नुकसान जुड़े होते हैं। तो आइए जानते हैं फिश पेडिक्योर कराने के फायदे और नुक्सान।

फिश पेडिक्योर कराने के फायदे और नुक्सान

फिश पेडिक्योर कराने के फायदे और नुक्सान : जैसा की हम सभी जानते हैं किसी भी चीज के करने से हमारे शरीर के लिए जितने लाभ होते हैं उतने ही नुक्सान भी होते हैं। वैसे ही फिश पेडिक्योर करने क हमारे शरीर के लिए अनेको लाभ तथा हानिया हैं हैं। जहां फिश पेडिक्योर करवाने से हमारे शरीर मैं रक्त का परवाह नियंत्रित रहता हैं, वही कई बार पैरो मैं खुजली जैसी समस्याए भी हो जाती हैं। तो आज हम इस लेख मैं फिश पेडिक्योर कराने के फायदे और नुक्सान के बारे मैं जानेगे।

फिश पेडीक्योर कराने से जुड़े फायदे –


फिश पेडिक्योर कराने के फायदे बहुत अधिक हैं, फिश पेडिक्योर कराने से हमारे शरीर माँ स्फूर्ति आती हैं। तथा हमारे शरीर मैं रक्त का परवाह सही रहता हैं।

त्वचा हो मुलायम

फिश पेडीक्योर कराने से पैरों की त्वचा पर अच्छा असर पड़ता है और पैरों की त्वचा एकदम मुलायम बन जाती है। दरअसल पैरों में डेड स्किन होने के कारण ही पैरों की त्वचा खुदरी होती है। वहीं फिश पेडीक्योर करवाने से डेड स्किन निकल जाती है और स्किन मुलायम बन जाती है।

रक्त प्रवाह हो बेहतर

फिश पेडीक्योर करवाने के फायदे पैरों के साथ-साथ शरीर से भी जुड़े हुए हैं। जो लोग नियमित रूप से फिश पेडीक्योर करवाते हैं उन लोगों के शरीर में रक्त प्रवाह बेहतर होता है। रक्त प्रवाह बेहतर होने से दिल दुरूस्त बना रहता है और दिल को गंभीर बीमारियां भी नहीं होती हैं। इसलिए जिन लोगों के शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही से नहीं होता है वो लोग भी फिश पेडीक्योर जरूर करवाया करें।

एक्जिमा की बीमारी हो सही

एक्जिमा की बीमारी त्वचा से जुड़ी होती है और इस बीमारी के तहत त्वचा में खुजली, लालपन और सूजन आ जाती है। एक्जिमा होने पर अगर फिश पेडीक्योर करवाया जाए तो ये बीमारी सही हो जाती है। एक्जिमा के अलावा फिश पेडीक्योर करवाने से सोरायसिस जैसी बीमारी में भी फायदा मिलता है और ये भी  सही हो जाती है।

मन होता है शांत

जी हां, फिश पेडीक्योर कराने से मन को शांति मिलती है और ऐसा होने पर आपका मूड एकदम सही रहता है। दरअसल जब आप फिश पेडीक्योर करवाते हैं तो आपके पैरों की डेड स्किन को मछलियां खाना शुरू कर देती हैं और ऐसा होने से आपको पैरों में आराम महसूस होता है। इतना ही नहीं हमारे दिमाग से इंडोर्फिन नामक रसायन निकलने लगता है, जो मन को शांत रखता है और हमें खुशी का एहसास होता है। इसलिए मन उदास होने पर आप फिश पेडीक्योर जरूर करवाएं।

नई कोशिकाएं बनती हैं

फिश पेडीक्योर कराने के दौरान जिन मछलियों का प्रयोग किया जाता है उन्हें गर्रा रुफा कहा जाता है। गर्रा रुफा मछलिआं जब हमारी डेड स्किन को खाती हैं तो उनके मुंह से निकलने वाली लार पैरों में लग जाता है जिसके डिर्थनॉल कहा जाता है। डिर्थनॉल को त्वचा के लिए अच्छा माना जाता है और इसकी वजह से  नई कोशिकाएं पैदा होती हैं।

पैरों के बक्‍टीरियां हो खत्म

पैरों में बक्‍टीरिया होने पर पैरों की त्वचा पर बुरा असर पड़ता है औ ये बक्‍टीरिया त्वचा को हानि पहुंचाते हैं। हालांकि जब हम फिश पेडीक्योर करवाते हैं तो गर्रा रुफा मछली पैरों के बैक्‍टीरिया को खा जाती हैं और ऐसा होने से पैरों के बक्टीरिया खत्म हो जाते हैं और पैरों की त्‍वचा सुंदर हो जाती है।

फिश पेडिक्योर कराने के नुकसान –

फिश पेडिक्योर कराने के फायदे जानने के बाद आप इसके नुकसान भी जरूर पढ़ लें. क्योंकि कई बार फिश पेडिक्योर कराने से त्वचा पर बुरा असर पड़ता है और त्वचा से जुड़े रोग हो जाते हैं.

हो सकता है त्वचा में संक्रमण

फिश पेडिक्योर कराने से कई बार त्वचा में संक्रमण हो जाते है। इसलिए आप फिश पेडिक्योर करवाने से पहले इस चीज की जांच कर लें कि आपको इससे किसी तरह का संक्रमण ना हो।

खुजली को ना करें अनदेखा

अगर फिश पेडिक्योर करवाते समय आपके पैरों पर बेहद ही खुजली होती है या पैर लाल होने लग जाएं तो आप तुरंत अपने पैरों को पानी से बाहर निकाल लें। क्योंकि कई बार लोगों को फिश पेडिक्योर से एलर्जी हो जाती है।

रखें इन बातों का ध्यान

  • फिश पेडिक्योर कराने से पहले आप इस चीज का ध्यान जरूर रखें की आपके पैरे में कोई चोट ना लगी हो या कोई घाव ताजा ना हो। इसके अलावा आप जिस जगह से फिश पेडिक्योर करवाएं आप इस चीज का ख्याल रखें की फिश टैक का पानी एकदम साफ हो। क्योंकि गंदा पानी होने से आपको स्किन इंफेक्शन हो सकता है।
  • फिश पेडिक्योर कराने के फायदे और नुकसान पढ़ने के बाद आप एक बार इसे जरूर करवाएं। इसे करवाने से आपके पैरों की त्वचा सुदर बन जाएगी और आपके पैर सुंदर बन जाएंगे।

यह भी पढ़ें: मेडिटेशन के शरीर के लिए फायदे

Back to top button