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Video: प्रियंका गांधी के गुंडों ने पत्रकार को दी धमकी, कहा- ‘ठोक के बजा दूँगा यहीं’

नेताओं की जब भी बात होती हैं, तो नेतागिरी के अलावा ‘गुंडागर्दी’ शब्द भी खामखां दिमाग में गूंजने लगता है, जिसके तमाम उदाहरण इन दिनों सोशल मीडिया पर मौजूद है। जी हां, नेताओं की नेतागिरी के बारे में तो रोज़ाना हम पढ़ते या सुनते रहते हैं, लेकिन कई बार नेतागण गुंडागर्दी पर उतर आते हैं, जिससे लोगों का विश्वास उन पर से उठने लगता है। इतना ही नहीं, कई नेता अपने कद या पद का फायदा भी उठाते हुए गुंडागर्दी का सहारा लेते हैं, जिसमें कई बार पत्रकारों से बद्तमीजी का वाकया भी सामने आता है। इसी कड़ी में प्रियंका गांधी के मैनेजर ने भी पत्रकार के साथ बद्तमीजी की। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इश लेख में आपके लिए क्या खास है?

सोशल मीडिया पर प्रियंका गांधी के मैनेजर का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे पत्रकार के साथ बद्तमीजी और हाथापाई करते हुए नज़र आ रहे हैं। इतना ही नहीं, बद्तमीजी की हद तो तब पार हो जाती है, जब मैनेजर अपनी हेकड़ी दिखाने लगता है और फिर उसने पत्रकार के साथ हाथापाई करनी भी शुरु कर दी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर अचानक ही वायरल हो गया, जिसमें प्रियंका गांधी भी देखी जा रही हैं।

प्रियंका गांधी के गुंडे ने पत्रकार को डराया

प्रियंका गांधी के मैनेजर का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर तरह तरह की प्रतिक्रिया आ रही हैं, जिसमें कुछ लोग उन्हें प्रियंका के गुंडे कह रहे हैं, तो कोई तरह तरह की बातें कर रहा है। बता दें कि वीडियो में साफ साफ दिखाई दे रहा है कि पत्रकार प्रियंका गांधी से धारा 370 पर सवाल पूछ रहा था, तभी मैनेजर ने उसके साथ बद्तमीजी करनी शुरु कर दी और फिर उसके साथ हाथापाई शुरु कर दी। ये सब खुद प्रियंका गांधी अपनी आंखों से देखती हुई नज़र आ रही हैं।

ठोक के यहीं बजा दूंगा- संदीप

वायरल हुए वीडियो को ध्यान से देखा जाए तो उसमें पत्रकार सिर्फ प्रियंका गांधी से धारा 370 पर उनकी राय जानने की कोशिश कर रहा था, लेकिन उसके बाद प्रियंका गांधी के मैनेजर ने गुंडागर्दी करनी शुरु कर दी। बता दें कि मैनेजर ने पत्रकार से कहा कि ठोक के यहीं बजा दूंगा, जिसके बाद पत्रकार ने कहा कि प्रियंका जी देखिए कांग्रेस कार्यकर्त्ता द्वारा कैमरे पर धक्का मारा जा रहा है, जिसके बाद आगे कहा कि संदीप आप मुझे बताओ, आपने मुझे मारने की धमकी दी। आप हाथ चलाओगे? मतलब साफ है कि इस बीच काफी तू-तू और मैं-मैं हुई।

खतरे में पत्रकारिता

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने कहा कि जिस दिन का इंतजार लिबरल पत्रकारों को पिछले छह सालों से था, वह दिन अब आ गया है, क्योंकि यही वह दिन है, जब पत्रकारों को डराया जा रहा है। मतलब साफ है कि खुद को लिबरल पत्रकार कहने वाले कुछ पत्रकारों ने मोदी सरकार के आने के बाद यही कहा था कि अब पत्रकारिता संकट में है, लेकिन यहां तो कांग्रेसियों द्वारा गुंडागर्दी की जा रही है।

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