दिलचस्प

ये है माधुरी और कारगिल युद्ध का कनेक्शन, पाक सैनिकों की डिमांड पर कुछ इस तरह दिया था जवाब

माधुरी दीक्षित बॉलीवुड की एक ऐसी एक्ट्रेस हैं जो अपनी मुस्कान भर से ही लाखों लोगों का दिल घायल कर देती हैं. दुनियाभर में लाखों ऐसे फैन्स हैं जो माधुरी की मुस्कान पर फ़िदा हैं. देशभर में लोग उन्हें कई नाम से जानते हैं. कोई उन्हें ‘धक-धक गर्ल’ के नाम से जानता है तो कोई उन्हें ‘मोहिनी’ बुलाता है. माधुरी दीक्षित की स्माइल तो कातिलाना है ही इसके अलावा लोग उनके डांस के भी कायल हैं. माधुरी दीक्षित एक ऐसी अदाकारा हैं जिनके फैन्स पाकिस्तान में भी मौजूद हैं. आज के इस पोस्ट में हम आपको साल 1999 का एक किस्सा बताने जा रहे हैं जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे.

हुआ यूं कि साल 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल का युद्ध चल रहा था. कारगिल का युद्ध मई के पहले हफ्ते से शुरू होकर 26 जुलाई तक चला था. इस युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सेना को करारी शिकस्त दी थी. इस युद्ध की कई कहनियां और किससे प्रचलित हैं. इसी में एक किस्सा धक-धक गर्ल माधुरी दीक्षित को लेकर भी है. इन दिनों कारगिल विजय सप्ताह चल रहा है और ऐसे में हम आपके लिए एक बड़ी ही दिलचस्प कहानी लेकर आये हैं.

बता दें, भारत-पाक कारगिल युद्ध के दौरान यह मजेदार किस्सा हुआ. जब युद्ध हो रहा था तब भारतीय सेना मस्को वैली पर कब्जे के लिए पाकिस्तानी सेना को खदेड़ते हुए आगे बढ़ रही थी. भारतीय सैनिक जोश और उत्साह से भरपूर थे. भारतीय जाबांज पाकिस्तानी बंकर पर जमकर गोलीबारी कर रहे थे.

तभी अचानक पाकिस्तान के बंकर से एक सैनिक की आवाज आई जिसने कहा, “हमें माधुरी दीक्षित दे दो, हम चले जाएंगे”. उस समय पाकिस्तानी बंकर के सामने भारतीय बटालियन के कैप्टन विक्रम बत्रा तैनात थे. उन्होंने पाकिस्तानी सैनिक को जो जवाब दिया वह वाकई मजेदार था.

कैप्टन बत्रा ने जबरदस्त फायरिंग करते हुए कहा, “विद लव फ्रॉम माधुरी दीक्षित”. कारगिल युद्ध में जंग लड़ने वाले सैनिकों को आज भी यह मजेदार किस्सा याद है. उस दिन के बाद माधुरी दीक्षित और कारगिल युद्ध का यह किस्सा काफी मशहूर हुआ. इसलिए आज भी जब कारगिल युद्ध की बात आती है तो यह किस्सा अपने आप जुबान पर आ जाता है.

बता दें, विक्रम बत्रा की बहादुरी के किस्से केवल हिंदुस्तान में नहीं बल्कि पाकिस्तान में भी मशहूर है. पाकिस्तानी सैनिक भी विक्रम बत्रा की तारीफ करते नहीं थकते. विक्रम बत्रा ने साल 1997 में 13 JAK राइफल्स में बतौर लेफ्टिनेंट सेना जॉइन किया था. दो साल के अंदर ही वह सेना के कप्तान बन गए.

पाकिस्तान की सेना में विक्रम बत्रा ‘शेर शाह’ यानी शेरों का राजा कोडनेम के नाम से मशहूर थे. ख़बरों के मुताबिक, करण जौहर विक्रम बत्रा की बायोपिक बनाने की तैयारी कर रहे हैं. बता दें, विक्रम बत्रा ने कारगिल की जंग में सबसे खतरनाक माने जाने वाले पॉइंट 5140 को पाकिस्तानियों के चंगुल से आजाद करवाया था.

पढ़ें माधुरी दीक्षित और संजय दत्त के झगड़े की वजह बनी थी ये फिल्म, आधी शूट में ही बातचीत हो गई थी बंद

दोस्तों, उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा. पसंद आने पर लाइक और शेयर करना न भूलें.

Back to top button