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शकरकंदी की दुकान का मालिक है ये डॉग, गल्ले पर है लिखा- ‘क्योंकि मैं एक डॉग हूं तो खुले पैसे..’

अक्सर आपने मालिकों के इशारों पर डॉग को घूमते हुए ज़रूर देखा होगा। अगर मालिक डॉग को गेंद लाने के लिए कहता है, तो डॉग फटाक से गेंद लाता है या फिर छोटे मोटे काम करते हुए ज़रूर देखा होगा, लेकिन अगर हम आप से कहें कि एक डॉग है, जोकि खुद दुकानदार है। जी हां, बिल्कुल सही पढ़ा आपने। एक डॉग दुकानदार है और वह खुद सामान बेचता है। इतना ही नहीं, डॉग के अलावा दुकान पर कोई इंसान नहीं होता है। मतलब साफ है कि दुकानदारी की सारी ज़िम्मेदारी डॉग के ही कंधों पर है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?

एक डॉग को दुकान संभालते हुए शायद ही भले कभी आपने सुना होगा, लेकिन जापान में ऐसा सच में हुआ है। जी हां, इन दिनों जापान का एक डॉग, जिसका नाम केन कुन है और वह खुद दुकान चलाता है, इसकी चर्चा जोरो शोरो से हो रही है। इतना ही नहीं, इस डॉग की स्वीट पटैटो यानि शकरकंदी की दुकान है। केन कुन नामक यह डॉग अपनी दुकान पर शकरकंदी बेचता है, लेकिन अब आप सोच रहें होंगे कि आखिर एक कुत्ता कैसे शकरकंदी बेच सकता है, तो चलिए जानते हैं कि आखिर क्या इसकी कहानी।

मुस्तैदी से करता है डॉग ड्यूटी

जापान के होक्काइडो में केन कुन यानि डॉग की दुकान है। इस दुकान में शकरकंदी बेची जाती है। दुकान में ग्राहक आते हैं और एक बॉक्स में पैसे डाल देते हैं और खुद ब खुद शकरकंदी उठा कर चले जाते हैं, लेकिन डॉग साहब बहुत ही ईमानदारी से अपनी ड्यूटी करता है। डॉग जब दुकान पर होता है, तो इंसानों की तरह ही ड्यूटी पर मुस्तैद रहता है और सब पर निगाह रखता है। इतना ही नहीं, यह डॉग अपने मालिक के साथ कभी कभार बाजार भी जाता है और वहां का मुयाना करता है।

दुकान पर लगाया है पोस्टर

अब जिस दुकान का मालिक डॉग हो, वहां पर इंसानों से बात करने के लिए पोस्टर का सहारा तो लेना ही पड़ेगा, जिसकी वजह से इस दुकान पर भी पोस्टर लगा हुआ है, जिसमें लिखा है कि मैं एक डॉग हूं, इसलिए मैं आपको खुले पैसे नहीं दे सकता हूं। ऐसे में जो भी ग्राहक इस दुकान पर आता है, वह खुद बॉक्स में पैसा रखता है और शकरकंदी लेकर जाता है, लेकिन अगर किसी ने होशियारी करने की कोशिश की तो डॉग सबक सिखाने में भी पीछे नहीं हटता है।

ग्राहकों को ताकता रहता है डॉग

अपने ड्यूटी को लेकर ईमानदार रहने वाला यह डॉग गल्ले के पीछे इंसानों की तरह दो पैर पर खड़ा रहता है और आने जाने वाले कस्मटर पर नजर रखे रहता है। मतलब साफ है कि डॉग इंसानों की तरह ही अपने कस्मटर पर पूरी तरह से निगाह रखता है, ताकि कोई ग्राहक उससे चालाकी न कर सके। बता दें कि इस दुकान से शकरकंदी की बिक्री बहुत होती है और हर कोई इस डॉग की समझदारी को सलाम करता है।

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