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अगर आपके बच्चों में भी बढ़ रहा है बोर्ड एग्जाम का स्ट्रेस, तो ये 5 आसान योगा आएंगे आपके काम

आज जब हम उम्र के उस पड़ाव पर खड़े हैं जहां समझदारी में हमारा बचपन कहीं खो गया है तो लगता है कि काश हम बच्चे ही होते. मगर जब हम बच्चे थे तो बड़े होने का ख्वाब हुआ करता था इसका मतलब इंसान को जो मिलता है उसे वो असल में चाहिए ही नहीं होता. लेकिन सच ये है कि बचपन बहुत प्यारा होता है और उसमें हमें सबसे ज्यादा टेंशन बोर्ड एग्जाम की रहती थी जो दुनिया की सबसे बड़ी समस्या उस दौर के बच्चों को लगती है. बहुत से बच्चे इसे लाइटली लेते हैं लेकिन ज्यादातर बच्चों में उन दिनों खौफ का मंजर छाने लगता है. ऐसे में अगर आपके बच्चों में भी बढ़ रहा है बोर्ड एग्जाम का स्ट्रेस, तो आपको उन्हें लाइट फूड, थोड़ा ब्रेक और ये 5 आसान से योगा जरूर कराना चाहिए जिससे वे कूल फील करें और एग्जाम को अच्छे से फेस कर पाएं.

अगर आपके बच्चों में भी बढ़ रहा है बोर्ड एग्जाम का स्ट्रेस

एग्जाम टाइम में कम से कम आधा घंटा योगा करने से आपका बच्चा स्ट्रैस फ्री फील कर सकता है. इससे ना सिर्फ एग्जाम की तैयारी बेहतर होगी बल्कि इससे याद करने की क्षमता भी विकसित होती है. योग करने से पढ़ाई के प्रेशर को कम किया जा सकता है और इसके साथ ही इससे एकाग्रता भी बढ़ती है. कई बार लगातार बैठे हने से गर्दन से लेकर पीठ और कमर भी अकड़ सी जाती है ऐसे में पढ़ाई डिस्टर्ब होती है और शारीरिक स्वास्थ भी ग्रसित होता है. इतना ही नहीं कई बार एग्जाम में स्ट्रेस हार्मोन्स भी तेजी से बढ़ाता है ऐसे में योगा ही है जो बच्चों को बचा सकता है. तो चलिए हम आपको बताते हैं वे योगा स्टेप्स जिन्हें आपके बच्चों को जरूर करने की स्ट्रेंथ दें. (और पढ़ें – पढ़ाई करने के नियम)

प्राणायाम

प्राणायाम स्टूडेंट्स के लिए सबसे बेहतर योग माना जाता है जो दिमाग को स्ट्रेस से मुक्त रखता है और इससे स्ट्रेस होने वालों की भी पढ़ाई बेहतर होगी. इसलिए भ्रामरी और कपाल-भारति जैसे प्राणायाम हर दिन जरूर करें. ये मानिसक शांति भी देता है और शरीर की अकड़न को भी दूर करता है. दिमाग में अच्छी मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचने से फ्रेशनेस भी अंदर जाती है.

सुखासन

मेडिटेशन की इस प्रक्रिया में दोनों पैरों को क्रॉस करके पीठ को एकदम सीधा रख करके ध्यान मुद्रा में बैठना चाहिए. ऐसा करने से ना केवल पढ़ाई के तनाव को दूर किया जा सकता है बल्कि इससे पढ़ने की क्षमता में भी विकास होती है. ऐसा करने से आपकी याद करने के पावर भी बढ़ती है.

दंडासन

पीठ, गदर्न और कमर में आनी वाली अकड़न को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका दंडासन होता है. ये योग रीढ़ की हड्डी सीधी कर सिटिंग पॉश्चर को सही बनाता है और इसे जब भी मन हो तब किया जा सकता है. ये योग शरीर के निचले हिस्से में लचीलापन लाता है.

एक पदासन

एक पदासन यानी एक पैर पर खड़े हो कर बैलेंस को बनाना होता है और ये ऐसे योग है जो मानिसक तनाव को दूर करने का सबसे बेहतर योग माना जाता है. एग्जाम टाइम में अगर स्टूडेंट्स इसे करें तो उनका पूरा स्ट्रेस खत्म हो सकता है और वे एनरजेटिक फील कर सकते हैं. इतना ही नहीं ये मानिसक थकान और झुंझुलाहट को भी खत्म करता है.

भुजंगासन

लगातार बैठ कर पढ़ने या गलत पॉश्चर में बैठने के कारण शरीर में अकड़न बनी रहती है. भुजंगासन के जरिये इस अकड़न को दूर किया जा सकता है. पेट के बल लेट कर अपने हाथ के बल पर अपने शरीर को आधा उठा कर सिर को पीछे की ओर ले जाया जाता है0 इससे बॉडी और गर्दन की मसल्स काफी रिलेक्स हो जाती है और शरीर हल्का हो जाता है.

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