समाचार

लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने कराया आंतरिक सर्वे, नतीज़े देखकर भाजपा खुद हो गई शॉक्ड

आगामी लोकसभा चुनाव के लिए तमाम पार्टियों ने ऐड़ी चोटी का बल लगाना शुरू कर दिया है। केंद्र की सत्ता पर काबिज होने के लिए पार्टियों के जमकर रस्साकशी भी देखने को मिल रहा है। इतना ही नहीं, देश की दो बड़ी पार्टियां अपने सहयोगियो को मनाने के लिए भी काम कर रही है। बीजेपी और कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती यही है कि उनके सहयोगी उनके साथ ही रहे, लेकिन तीसरा मोर्चा जो महागठबंधन का खड़ा होता हुआ नजर आ रहा है, उसकी वजह से सहयोगी पार्टियां अलग थलग होती हुई नजर आ रही है। जिसका नुकसान बीजेपी और कांग्रेस को होता दिखाई दे रहा है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?

लोकसभा चुनाव में अब कुछ ही महीने बचे हैं, ऐसे में तैयारियां भी जोरो शोरो से चल रही है। इन सबके बीच बीजेपी ने आंतरिक सर्वे कराया है, जोकि महाराष्ट्र के लिए है। जी हां, बीजेपी महाराष्ट्र फिलहाल शिवसेना के साथ है, लेकिन यह साथ कब तक सबको भाता है, ये तो वक्त ही बताएगा। बीजेपी के लिए शिवसेना का साथ बेहद ज़रूरी है, क्योंकि शिवसेना महाराष्ट्र में मजबूत है, ऐसे में अगर शिवसेना बीजेपी से अलग हुई तो फायदा किसका होगा, इसे समझने के लिए बीजेपी ने आंतरिक सर्वे कराया है।

अगर बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन हुआ तो ऐसे होंगे नतीज़े

महाराष्ट्र की कुल 48 लोकसभा सीटों पर अगर बीजेपी और शिवसेना एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी, तो स्थिति कुछ 2014 के लोकसभा चुनाव जैसी ही बनी रहेगी, लेकिन बीजेपी 2014 को दोहराना नहीं चाहती है, बल्कि उससे अच्छा प्रदर्शन करना चाहती है। इसी कड़ी में  बीजेपी नेता का कहना है कि यदि बीजेपी और शिवसेना एक साथ महाराष्ट्र में चुनाव लड़ेंगे तो हमारी सीटे 42 आएंगी। बता दें कि यह अनुमान पिछले साल की अपेक्षा दो सीटे ज्यादा दिखा रहा है। यानि महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना की 42 सीटे आएंगी, जोकि पिछले बार सिर्फ 40 थी।

बीजेपी और शिवसेना में गठबंधन नहीं हुआ तो ऐसे होंगे नतीज़े

यदि महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ बीजेपी का गठबंधन नहीं हुआ तो इससे घाटा शिवसेना को होता हुआ नजर आ रहा है। जी हां, सर्वे की माने तो महाराष्ट्र में बीजेपी अपने बलबूते 18 से 20 सीटे लेती हुई नजर आ रही है, तो वहीं कांग्रेस औऱ एनसीपी 20-22 सीटे लेते हुए नजर आ रहे हैं और शिवसेना के खाते में सिर्फ 8 से 10 सीटे जाती हुई नजर आ रही है। ऐसे में बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं करके सबसे बड़ा नुकसान शिवसेना को होगा।

शिवसेना के साथ गठबंधन करना चाहती है बीजेपी

बीजेपी के कई बड़े दिग्गज नेता यह कह चुके हैं कि भले ही शिवसेना ने यह ऐलान किया है कि वह 2019 में अकेले चुनाव लड़ेगी, लेकिन मामला पलट सकता है। बीजेपी नेताओं का कहना है कि चुनाव से ठीक पहले हम शिवसेना की नाराजगी को खत्म कर देंगे और लोकसभा चुनाव में हम साथ मिलकर चुनाव लड़ेगे। याद दिला दें कि फरवरी 2018 में शिवसेना ने देश का बजट आने के बाद ही यह ऐलान कर दिया था कि वह 2019 का चुनाव बीजेपी के साथ नहीं लड़ेगी।

Back to top button