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कलाई पर कलावा बांधने से होते हैं कई लाभ, ग्रह से लेकर शारीरिक दोषों तक मिलता है छुटकारा

यूं तो बदलते दौर में पूजा पाठ के विधि और विधान में काफी फर्क देखने को मिला है, लेकिन कलावा या मौली बांधने की प्रथा नहीं बदली है। जी हां, अक्सर पूजा पाठ के बाद वहां उपस्थित लोगों के हाथों में कलावा या मौली बंधते हुए आप सभी ने ज़रूर देखा होगा। ऐसे में एक सवाल उठता है कि आखिर कलावा या मौली क्यों बांधी जाती है? सिर्फ पूजा पाठ ही नहीं, बल्कि मांगलिक कार्यों के दौरान भी कलावा या मौली की अपनी एक अलग विशेषता होती है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?

हिंदू धर्म में कलावा या मौली बांधने का रिवाज है, जोकि सदियों से चली रही है। यह बहुत ही महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे बांधने से क्या होता है? कलावा या मौली को पंडित अक्सर पूजा के बाद बांधते हैं, तो कई बार यह प्रथा मंदिरों में भी देखने को मिलती है। बता दें कि कलावा या मौली को बांधने से न सिर्फ भगवान का आशीर्वाद मिलता है, बल्कि आप कई तरह की परेशानियों से बचे रहते हैं। तो चलिए जानते हैं कि कलावा या मौली बांधने से क्या क्या फायदे हो सकते हैं?

मिलता है भगवान का आशीर्वाद

 

कलावा या मौली बांधने से भगवान का आशीर्वाद मिलता है। मान्यताओं के अनुसार, कलावा बांधने से त्रिदेव यानि ब्रह्मा, विष्णु और महेश के अलावा लक्ष्मी, सरस्वती और काली माता का आशीर्वाद भी मिलता है। जी हां, इन देवी देवताओं का आशीर्वाद मिलने के बाद व्यक्ति के जीवन की कठिनाई दूर हो जाती हैं। इसके अलावा इससे व्यक्ति के पास कुशल बुद्धि भी होती है, जिसकी वजह से वह गलत काम नहीं करता है।

घर से दूर होती है नकारात्मक शक्तियां

शास्त्रों के मुताबिक, जिस घर के सदस्य कलावा बांधते हैं, उस घर से नकारात्मक शक्तियां हमेशा के लिए दूर चली जाती है, ऐसे में आप सभी को अपने कलाई में एक कलावा ज़रूर बांधे रखना चाहिए, क्योंकि इसे रक्षा सूत्र भी कहा जाता है। कलावा बांधने से घर में सकारात्मक शक्तियों का वास होता है और इससे घर में एनर्जी बनी रहती है, इसलिए हमे हमेशा एक कलावा ज़रूर बांध कर रखना चाहिए, ताकि हम नकारात्मक शक्तियों से दूर रह सके।

आर्थिक समस्याएं होती हैं दूर

 

माना जाता है कि कलावा में देवी देवताओं का वास होता है, ऐसे में घर में इसके होने से घर से आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती हैं। अगर आप कलावा नहीं बांध सकते हैं, तो भी पूजा पाठ के स्थान पर कलावा ज़रूर रखना चाहिए, इससे देवी देवता प्रसन्न हो जाते हैं और घर में किसी प्रकार की आर्थिक तंगी नहीं होती है।

बीमारियां रहती हैं कोसो दूर

कलावा कलाई पर बंधने की वजह से हर वक्त नसों को जुड़ा रहता है, जोकि कई बीमारियों को दूर रखने में भी मदद करता है। इससे रक्त संचार सुचारू रहता है। इतना ही नहीं, रक्तचाप, हृदय रोग, मधुमेह और लकवा आदि कई बीमारियों से आपकी रक्षा कर सकता है, इसलिए इसे हमेशा बांधना चाहिए।

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