राजनीतिसमाचार

वित्तमंत्री अरूण जेटली का बड़ा सवाल ‘महात्मा गांधी-सरदार पटेल के पिता का नाम कौन जानता था?’

राजस्थान विधान सभा चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के तेवर अलग अलग दिख रहे हैं। जी हां, दोनों ही पार्टियां प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने के लिए ईंट का जवाब पत्थर से देने के लिए हमेशा तैयार रहती हैं। राजस्थान चुनाव का माहौल तो जनाब ऐसा है कि अगर एक पार्टी ने दूसरे पार्टी पर सवाल खड़ा किया तो दूसरी पार्टी मुंह तोड़ जवाब देने के लिए मानो हाथ पैर धोकर बैठी हो। प्रदेश में अपनी अपनी पार्टी का पलड़ा भारी करने के लिए बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गज नेता चुनावी मैदान में कूद पड़े हैं। इसी सिलसिले में मंगलवार को वित्तमंत्री अरूण जेटली ने बड़ा बयान दिया है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?

केंद्रीय वित्तमंत्री अरूण जेटली ने कांग्रेस नेता विलासराव मुत्तेमवार द्वारा पीएम मोदी के पिता का नाम पूछने पर बड़ा पलटवार किया है। जी हां, केंद्रीय वित्तमंत्री अरूण जेटली ने इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरते हुए एक ब्लॉग लिख डाला, जिसमें कांग्रेस की इस राजनीति की जमकर खींचाई भी की गई है। केंद्रीय वित्तमंत्री अरूण जेटली ने कहा कि कांग्रेसी आज पीएम मोदी से उनके पिता का नाम पूछते हैं, क्योंकि ब्रांड केवल उपनाम को ही मुनासिब समझते हैं।

महात्मा गांधी और सरदार पटेल के पिता का नाम जानता था कोई?

केंद्रीय वित्तमंत्री अरूण जेटली ने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या मेरे जानकार मित्र यह बता सकते हैं कि महात्मा गांधी और सरदार पटेल के पिता का नाम कोई जानता था? जिसके बाद जेटली ने कांग्रेस पर व्यंग्य कसते हुए लिखा कि मैं अपने जानकार मित्रों से सिर्फ तीन सवाल पूछना चाहता हूं, जोकि इस प्रकार से है –

1. गांधी जी के पिता का नाम क्या था?

2. सरदार पटेल के पिता का नाम क्या था?

3. सरदार पटेल की माता का नाम क्या था?

वित्तमंत्री अरूण जेटली ने आगे लिखा कि कांग्रेस की त्रासदी यही है और यही देश को प्रभावित करती है। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता विलासराव मुत्तेमवार के बयान का जिक्र किया कि दुनिया जानती है कि राहुल के पिता कौन थे या उनके दादा दादी कौन थे, लेकिन क्या कोई पीएम मोदी के पिता को जानता है? जेटली ने कहा कि कांग्रेस हमेशा सिर्फ परिवार परिवार करती है, उसके लिए यह मायने नहीं रखता है कि देश के लिए किसने क्या किया है, उसे बस पारिवारिक चीज़ों से ही मतलब होता है।

Back to top button