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गाजर का हलवा ज्यादा दिन रखने के लिए इस तरह करें स्टोर, हफ्तों नहीं होगा खराब

सर्दियों का मौसम आ गया है, ऐसे में लोग गरमा-गरम खानों के बारे में ज्यादा सोचते हैं. जैसे आलू-गोभी-मूली या पनीर का पराठा और सबसे अहम चीज जो खाने के बाद लोग ढूंढते हैं वो गाजर का हलवा है. गाजर का हलवा स्वाद में मीठा और स्वादिष्ट लगता है और शायद ही कोई होगा जिसे गाजर का हलवा पसंद नहीं होगा. इसे खाने का मजा सर्दियों में ही आता है जब लोग इसे रात के खाने के बाद रजाई में बैठकर खाते हैं या फिर शादियों में भी मीठे में गाजर का हलवा सबसे ज्यादा मिलता है. भारत में महिलाएं गाजर का हलवा अलग-अलग तरह से बनाती हैं और इसे इतना ज्यादा बनाती हैं जिससे इसे कई दिनों तक फ्रिज में रखकर खाने के बाद गरम कर करके खाएं. ऐसे में कभी-कभी वो गाजर का हलवा खराब भी हो जाता है लेकिन अगर गाजर का हलवा ज्यादा दिन रखने के लिए इस तरह करें स्टोर, ऐसा करने से आपका गाजर का हलवा जल्दी खराब नहीं होगा और आप इसे एक हफ्ते तक गरम करके खिला सकती हैं.

गाजर का हलवा ज्यादा दिन रखने के लिए इस तरह करें स्टोर

अगर आप गाजर का हलवा अच्छी तरह से बनाकर रखते हैं तो हफ्ते भर वो हलवा खराब नहीं होगा और उसका स्वाद भी बना रहेगा. अगर आप हमारे बताए हुए तरीके से गाजर का हलवा बनाते हैं तो आपका प्रिजर्व करने का तरीका भी सही रहेगा.

दूध का ना करिए प्रयोग

बहुत सारी महिलाएं गाजर का हलवा बनाते समय उसमें दूध मिलाती हैं. अगर आप चाहें तो इसे बना दूध के भी बनाया जा सकता है, जिसके लिए आपको गाजर से निकलने वाले पानी को सुखाना होगा और गाजर को अच्छी तरह से भूजना होगा. ऐसा करने पर आपको गाजर के हलवे में दूध मिलाने की जरूरत नहीं है, क्योंकि दूध डालने से गाजर के हलवे का दो से तीन दिन में स्वाद बदल जाता है.

कम करें खोए का प्रयोग

अगर आप गाजर का हलवा पकाते समय बहुत ज्यादा खोआ मिलाती हैं तो ऐसा करना सही नहीं होता है. गाजर के हलवे में हमेशा फ्रेश खोआ ही मिलाना बेहतर होता है और अगर आपको गाजर का हलवा प्रिजर्व रखना है तो आपको उसमें कम मात्रा में खोआ मिलाने की जरूरत है. ऐसा इसलिए क्योंकि खोआ दूध से ही बनता है और हलव में ज्यादा खोआ मिलाने से कुछ दिनों में इसका स्वाद भी खराब हो सकता है और इसमें खट्टापन आ सकता है.

खाते समय ही मिलाएं मेवा

अगर आपको गाजर के हलवे में ड्रायफ्रूट्स खाना पसंद है तो उसे मिलाएं लेकिन जब हलवा गैस पर हो तब उसमें वो नहीं मिलाएं बल्कि बनाने के बाद मिलाएं. ऐसा इसलिए क्योंकि अगर आप बनाने के साथ ड्रायफ्रूट्स मिलाती हैं तो दो दिन बाद ही उस हलवे का स्वाद बदल जाता है और आपको वो नुकसान भी कर सकता है. इसलिए प्रिजर्व किए हुए गाजर के हलवे में खाते समय ही मेवा उसमें मिलाएं.

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