अध्यात्म

आज हैं गीता जयंती, इन उपायों को करते ही संवर आपकी जाएगी बिगड़ी किस्मत

सनातन धर्म में गीता का क्या महत्व है ये सभी जानते हैं। हिन्दु धर्म के लिए तो ये जीवन का सार है और अगर कोई व्यक्ति गीता में बताए गए उपदेशों का पालन कर लें तो उसका जन्म सार्थक हो जाता है और साथ ही उसे जन्म-जन्मांतर के चक्कर से मुक्ति भी मिल जाती है। आज से पांच हजार वर्ष पूर्व भगवान श्री कृष्ण का दिए हुआ ज्ञान आज भी लोगों का मार्गदशन कर रहा है.. मान्यता है कि गीता में जीवन के हर संकट और दुविधा से पार होने का उपाय है। लेकिन आज हम आपको गीता में बताए गए ज्ञान के बारे में नही बताने जा रहे हैं बल्कि हम आपको गीता जयंती के अवसर पर कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जिसे करने से वास्तव में आपकी बिगड़ी किस्मत संवर सकती है।

आज से लगभग 5000 वर्ष पूर्व मार्गशीष माह के शुक्ल पक्ष के एकादशी को भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत युद्ध के पहले अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था और उसके बाद से ये दिन गीता जयंती के रूप में मनाई जाती है जिसे मोक्षदा एकादशी भी कहते हैं। इस बार ये 30 नवम्बर, गुरूवार के दिन पड़ रहा है और गीता जयंती के इस अवसर पर हम कुछ उपाय और पूजन करें तो निश्चित रूप से ये हमारे लिए कल्याणकारी साबित होगा। तो आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में।

गीता जयंती के अवसर पर भगवान विष्णु, श्री कृष्ण के साथ गीता की पूजा विशेष फलदायी होती है .. व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है और शुभ फलों की प्राप्ति होती है। ऐसे में गीता जयंती के दिन जबभी आपको मौका मिले शुद्ध तनमन से पुष्पा आदी चढ़ाकर गीता की पूजा करें।

वैसे तो गीता का पाठ प्रतिदिन करना चाहिए और हर रोज इसका पाठ फलदायी होता है पर गीता जयंती के अवसर पर गीता का पाठ अवश्य ही करना चाहिए। इससे व्यक्ति को आत्मिक शांति और जीवन की दिशा मिलती है।

गीता का पाठ करने से तो व्यक्ति का कल्याण तो होता ही है साथ ही इसका दान भी बेहद फलदायी माना जाता है ..मान्यता है कि आप जिसे गीता दान करते हैं वो इसके ज्ञान का लाभ जब लेता है तो उसका पुण्य आपको जरूर मिलता है। ऐसे में गीता जयंती के अवसर आप अपनी सुविधा और क्षमतानुसार लोगों में गीता का दान अवश्य करें। इसका कई गुणित लाभ आपको मिलेगा।

इसके अलावा मान्यता ये भी है कि गीता जयंती हर मनोकामना पूर्ण करने का श्रेष्ठ दिन है ऐसे में आप इस दिन अपने दैनिक कार्यों से कुछ समय निकाल कर ध्यान अवश्य लगाए और अपने जीवन के ध्येय और लक्ष्य के लिए भगवान श्री कृष्ण का आशीर्वाद जरूर प्राप्त करें। इस दिन सच्चे हृदय से मांगी गयी मनोकामना को श्री कृष्ण अवश्य पूरी करते हैं।

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