राशिफल

कहीं आप भी तो नहीं करते ये काम, हो सकता है जीवन में बड़ा नुकसान

इंसान के जीवन में कई परेशनियाँ आती रहती हैं। जब तक जीवन रहता है तब तक परेशानियाँ लगी रहती हैं। दुनिया में ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं है जिसे कोई परेशानी ना हो। हालांकि किसी को बहुत ज्यादा होती है तो किसी को कम होती है। दैनिक जीवन में हर रोज कुछ ना कुछ ऐसे कार्य हम अनजानें में कर देते हैं, जिसका हमें बुरा परिणाम मिलता है। जानकारी के आभाव में व्यक्ति उन्हें हमेशा करता है। आइये आज हम आपको कुछ ऐसे कामों के बारे में बताते हैं जिन्हें करनें से जीवन में बचना चाहिए।

भूलकर ना करें ये काम:

*- अक्सर कई लोग घर की छत पर आनाज या बिस्तर सूखनें के लिए रख देते हैं। जब वह सूख जाये तो उन्हें वहाँ से हटा लेना चाहिए। उन्हें छत पर छोड़ना नहीं चाहिए। ऐसा करनें से सुसराल पक्ष से सम्बन्ध कभी मधुर नहीं होते हैं।

*- ऐसा माना जाता है कि फल खानें के बाद उनके छिलकों को घर के कूड़ेदान में कभी भी नहीं फेंकना चाहिए। जब भी फल खाएं तो उसके छिलके किसी जानवर को खिला दें या बाहर फेंक दें।

*- जब भी स्नान करें शरीर पोछने के लिए हमेशा सूखे तौलिये का प्रयोग करें। ऐसा माना जाता है कि नहानें के बाद गिले तौलिये से पोछ्नें पर बच्चे निष्ठुर हो जाते हैं। साथ ही उनके व्यवहार में भी कठोरता आ जाती है और परिवार वालों से दूरी भी बढ़ जाती है।

*- कई लोग घर से निकते हैं तो सब एक साथ चलते हैं, ऐसा भूलकर भी ना करें। सभी लोग आगे-पीछे करकें जाएँ। इससे समाज में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बनी रहती है।

*- जीवन में कभी भी ज्यादा आलस्य नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि आलसी व्यक्ति के लिए जीवन अंधकारमय होता है। आलस की वजह से उन्हें जीवन में कोई भी चीज नहीं मिलती है।

*- अपनी मृत्यु के बारे में हमेशा सोचकर रखें। जो लोग जीवन में अच्छे कर्म नहीं करते हैं, उन्हें नर्क की आग में जलना पड़ता है। इसलिए जीवन में अच्छे कर्म, ईश्वर का ध्यान करके संसार के इस भवसागर से पार पायें।

*- कुछ लोग महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करते हैं। महिलाओं को धन की देवी माँ लक्ष्मी का प्रतिरूप माना गया है। जिस घर में महिलाओं का सम्मान नहीं होता है, वहाँ माँ लक्ष्मी भूलकर भी निवास नहीं करती हैं। इसलिए अगर धनवान बनना चाहते हैं तो महिलाओं को सम्मान दें।

*- ऊँघना अच्छी बात नहीं होती है। जो व्यक्ति हर समय अर्धनिद्रा में होता है, उससे माँ लक्ष्मी कभी प्रसन्न नहीं होती हैं और उससे दूर चली जाती हैं।

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