राजनीति

यूपी रेल दुर्घटना : योगी-मोदी सरकार को बदनाम करने की बड़ी साजिश का पर्दाफाश

लखनऊ – उत्तर प्रदेश में आये दिन हो रही रेल दुर्घटनाओं के पीछे की छिपी साजिश का खुलासा हो गया है। जो हकीकत सामने आई है उससे जाहिर हो रहा है कि ये पूरी तरह से योगी आदित्यनाथ और मोदी सरकार को बदनाम करने कि साजिश है। दरअसल, मिर्जापुर में रेलवे ट्रैक के लॉक हटाते हुए कुछ लोग पकड़े गए हैं। इन लोगों को स्थानीय ग्रामीणों ने लॉक हटे देखा है। locks of railway track broken in Mirzapur.

रेल दुर्घटनाओं की साजिश का पर्दाफाश

locks of railway track broken in Mirzapur

खबर है कि ये लोग रेलवे की पटरियों को उखाड़ कर फिर से कोई बड़ी साजिश को अंजाम देने के फिराक में थे। इन्हें ऐसा करते स्थानिय ग्रामीणों ने देख लिया और तुरंत पुलिस को सूचित कर दिया। पुलिस ने पहुंचते ही रेलवे ट्रैक कि मरम्मत करवाई और बड़ी रेल दुर्घटना होने से बचा लिया। लोगों ये कह रहे हैं कि ये सब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बड़ी साजिश है।

इसले लिए रेलों दुर्घटनाग्रस्त किया जा रहा है। रेल दुर्घटना कर मोदी और योगी को बदनाम किया जा रहा है। लोगों ने ये भी बताया है कि जिन लोगों ने ऐसा किया वो रेलवे कर्मचारियों के भेष में थे। हालांकि, वो कौन था इसका अभी तक नहीं पता चल सका है। खबर ये भी है कि औरैया में भी एक शख्स को रेलवे ट्रैक को काटते देखा गया है।

यूपी में हो रही हैं रेल दुर्घटनाएं

locks of railway track broken in Mirzapur

आपको बता दें कि ऐसी ही साजिशों के कारण रेलवे यात्रियों कि सुरक्षा दाव पर लगी हुई है। कुछ दिनों के भीतर ही उत्तर प्रदेश में ही दो ट्रेन हादसे हुए हैं। आजमगढ़ से दिल्ली आ रही कैफियत एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश के औरैया के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। जो मानव रहित फाटक पर फंसे एक डंपर से ट्रेन टकरा गई और उसके 12 डिब्बे पटरी से उतर गए। इस हादसे में 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। इससे पहले भी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में उत्कल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई थी।

इन रेल हादसों की नैतिक जिम्‍मेदारी लेते हुए रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना इस्तीफा भी दिया है। हालांकि, पीएम मोदी ने इस्तीफा स्वीकार न करते हुए इन्हें इंतजार करने के लिए कहा है। सुरेश प्रभु के अलावा रेलवे बोर्ड चेयरमैन एके मित्‍तल ने भी इस्‍तीफा दे दिया है। सुरेश प्रभु ने इन हादसों के बाद कहा था कि वो दुखी हैं और उन्होंने इस मामले में प्रधानमंत्री से बात की है।

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