समाचार

शाहीन बाग धरना: धरना के लिए मिलते हैं 500 रुपए रोज़ के, शिफ्ट में आती हैं औरतें धरना देने के लिए

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में महिलाओं की और से प्रदर्शन किया जा रहा है। करीब एक महीने से हजारों की संख्या में महिलाएं सरकार के खिलाफ ये प्रदर्शन कर रही हैं। शाहीन बाग में हो रहे इस प्रदर्शन को लेकर बीजेपी पार्टी की और से हाल ही में एक खुलासा किया गया है। बीजेपी पार्टी का कहना है कि महिलाओं को पैसे देकर उनसे ये प्रदर्शन करवाया जा रहा है। जी हां, बीजेपी का आरोप है कि विपक्षी पार्टी की और से इस धरने में बैठी महिलाओं को पैसे दिए जा रहे हैं और पैसे मिलने के चलते महिलाएं धरने पर बैठी हैं।

कांग्रेस पार्टी द्वारा दिए जा रहे हैं पैसे

बीजेपी पार्टी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय की और से एक बयान जारी किया गया है। जिसमें इन्होंने कहा है कि दिल्ली के शाहीन बाग में महिलाओं की और से हो रहे नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर को लेकर जो प्रदर्शन किया जा रहा है। उसके पीछे कांग्रेस का हाथ है। अमित मालवीय के अनुसार प्रदर्शन में शामिल हुई महिलाओं को कांग्रेस पार्टी द्वारा पैसे दिए जा रहे हैं।

अमित मालवीय ने एक वीडियो भी शेयर की है। जिसमें एक युवक लोगों को समझाते हुए ये कहा रहा है कि नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर को लेकर जो प्रदर्शन किया जा रहा है, उसके लिए प्रदर्शनकारियों को पैसे दिए गए हैं। युवक के अनुसार शाहीन बाग में जो महिलाओं प्रदर्शन कर रही हैं वो शिफ्ट में आती है और ऐसा करने के लिए इन महिलाओं को 500 से लेकर 1200 रुपए दिए जा रहे हैं। इतना ही नहीं प्रदर्शनवाली जगह पर जो दुकाने खोली गई हैं उनसे किराया तक नहीं लिया जा रहा हैं।

देखिये दूसरे लोग क्या कह रहे हैं

एक महीने से हो रहा है प्रदर्शन

दिल्ली के शाहीन बाग में ये प्रदर्शन एक महीने से किया जा रहा है। इस प्रदर्शन के शुरू होने के बाद कई और जगहों पर भी इसी तर्ज पर महिलाएं सीएए और एनआरसी के खिलाफ धरना दे रही हैं। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के मनसूर अली पार्क, देवबंद, कानपुर के मोहम्मद अली पार्क में महिलाएं धरने पर बैठी हुई हैं ओर ये धरना रात को भी दिया जा रहा है। वहीं बरेली के इस्लामिया कॉलेज में आदमी धरने पर बैठे हैं। इसी तरह से पटना के सब्जीबाग में भी महिलाएं धरने पर बैठी हैं।

शाहीन बाग के अलावा दिल्ली के खुरेजी में भी महिलाएं धरना कर रही है। खुरेजी में जब धरना शुरू किया गया था उस समय 40-50 महिलाएं ये प्रदर्शन कर रही थी। लेकिन धीरे-धीरे इन महिलाओं की संख्या बढ़ गई और इस जगह पर रोज हजारों महिलाएं धरने पर बैठ रही हैं। देश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ हो रहे धरने पर मोदी ने विपक्षी पार्टी को जिम्मेदार ठहराया है। मोदी ने एक बयान देते हुए कहा था कि, देश के युवा सीएए कानून को समझ गए हैं ,लेकिन पार्टी नहीं।

Back to top button