बॉलीवुड

बिक गई माधुरी दीक्षित की आलीशान कोठी, हरियाणा के चीफ मिनिस्टर ने दी थी, इतने करोड़ में हुआ सौदा

माधुरी दीक्षित बॉलीवुड की जानी मानी अभिनेत्री हैं हरियाणा में माधुरी दीक्षित की एक आलिशान कोठी थी जिसका सौदा गुरुवार के दिन हो गया. कोठी की रजिस्ट्री करवाने के लिए माधुरी दीक्षित के पति डॉ श्रीराम नेने हरियाणा के पंचकुला आए थे. आइए जानते हैं कितने में बिकी माधुरी दीक्षित की आलिशान कोठी और कौन है इस कोठी का नया मालीक…. फिल्म इंडस्ट्री की जानी मानी अभिनेत्री माधुरी दीक्षित की यह आलीशान कोठी पंचकूला के एमडीसी सेक्टर 4 में मौजूद है.

साल 1996 में चीफ मिनिस्टर कोटे से माधुरी दीक्षित को यह कोठी दी गई थी. कोठी का नंबर 310 है. इस कोठी की रजिस्ट्री के लिए गुरुवार के दिन दोपहर 2:00 बजे माधुरी दीक्षित के पति डॉ श्रीराम माधव नेने पंचकूला तहसील गए. इस दौरान लगभग 1 घंटे में पेपर वर्क और रजिस्ट्री का काम पूरा किया गया. इसके पश्चात रजिस्ट्री की पूरी कार्यवाही ज्ञान डॉक्यूमेंट सेंटर की ओर से पूरी की गई.

खबरों के अनुसार माधुरी दीक्षित ने एमडीसी कोठी को 3 लोगों के नाम रजिस्टर्ड किया है. जिनके नाम अमित तनेजा, भूपेंद्र तनेजा और मनी तनेजा हैं. कोठी की रजिस्ट्री 3.25 करोड़ में हुई. तहसीलदार वीरेंद्र गिल और नायब तहसीलदार के अनुसार बॉलीवुड एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित के पति डॉ श्रीराम माधव नेने अपनी पत्नी की पावर ऑफ अटॉर्नी लेकर एमडीसी सेक्टर 4 की कोठी बेचने आए थे. कागजातों की पूरी जांच की औपचारिकता करने के पश्चात ही रजिस्ट्री की कार्यवाही पूरी की गई. माधुरी दीक्षित को यह एमडीसी सेक्टर 4 का प्लॉट नंबर 310 साल 1996 में सीएम कोटे से मिला था.

उस समय हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल ने माधुरी दीक्षित को चीफ मिनिस्टर कोटे से यह प्लॉट दिया था. जिसके एवज में माधुरी दीक्षित ने लगभग ढाई लाख रुपए दिए थे. पंचकूला तहसील में मीडिया के आने से डॉक्टर श्रीराम नेने नाराज हो गए और अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि पर्सनल कागजी कार्यवाही और ट्रांजैक्शन में मीडिया को दखल नहीं देना चाहिए. मीडिया के साथ-साथ तहसील में और भी कई लोग पहले से माधुरी दीक्षित के पति डॉ श्रीराम नेने को देखने के लिए बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे थे. जैसे ही डॉक्टर ने ने तहसील के बाहर आए सभी लोग उनके साथ सेल्फी और फोटो सेशन करवाने में लग गए पर उन्होंने किसी से बात भी नहीं की और सीधे तहसीलदार के कमरे में चले गए.

एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित ने इस कोठी के लिए साल 1996 में कागजी कार्रवाई और दूसरी औपचारिताओं और फीस आदि रूप में हुडा ऑफिस में 60 हजार रुपये जमा करवाए थे और साथ ही लगभग 1.75 लाख अदा किये थे. अगर अधिकारिक सूत्रों की मानें तो माधुरी ने इस प्रॉपर्टी को खरीदने के लिए कुल ढाई लाख लाख रुपये जमा किये थे. साल 1996 चार अप्रैल को यह कोठी माधुरी दीक्षित के नाम हो गई थी. इस आलिशान कोठी का टोटल एरिया 112 स्क्वेयर मीटर से कवर्ड किया गया है.

Back to top button