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EC के ऐलान से पहले ही पता था बीजेपी को चुनाव की डेट, मामलें में बढ़ा विवाद

मंगलवार को चुनाव आयोग ने प्रेस कांन्फ्रेस करके कर्नाटक चुनाव की डेट का ऐलान तो कर दिया, लेकिन इससे पहले ही बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख ने ट्वीटर पर चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया था, जिसको को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। बता दें कि जब मामले में विवाद बढ़ा तो चुनाव आयोग ने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिलाया। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?

एक तरफ चुनाव आयोग प्रेस कान्फ्रेस कर रहा था तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के आईटी सेल ट्वीटर पर चुनाव तारीखों की घोषणा करने में लगे हुए थे, जिसकी वजह से बीजेपी की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही है। बता दें कि मामले में कांग्रेस ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है। यहां आश्चर्य की बात यह है कि चुनाव आयोग से पहले ही बीजेपी को चुनाव की तारीखों का पता कैसे चला? इसकी बात को लेकर कांग्रेस बीजेपी पर हमला बोलती हुई नजर आ रही है।

बता दें कि बीजेपी के आईटी सेल अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा था कि 12 मई को कर्नाटक में चुनाव होगा, और इसका रिजल्ट 18 मई को आएगा, ऐसे में जब चुनाव आयोग ने चुनाव का ऐलान किया तो वोटिंग की डेट अमित द्वारा ट्वीट किये गये डेट से मिली, लेकिन काउटिंग की डेट नहीं मिली। लेकिन इस तरह के ट्वीट चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े करते हैं, ऐसे में आयोग ने कहा है कि मामले की पूरी तरह से जांच होगी।

मामला तूल पकड़ने पर अमित मालयवी ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया, लेकिन विवाद खत्म नहीं हुआ। सूत्रों की माने तो बीजेपी को चुनाव की तारीखों का पता 12 घंटे पहले ही चल गया था, ऐसे में विपक्ष बीजेपी को आड़े हाथ तो ले ही रही है, लेकिन चुनाव आयोग पर भी सवाल खड़े कर रही है। गौरतलब है कि चुनाव आयोग को लेकर विपक्ष लगातार सवाल खड़े करते हुए आया है कि चुनाव आयोग बीजेपी के इशारों पर काम करता है, ऐसे में अब विपक्ष को ये एक बड़ा मुद्दा मिल गया है, जिसको लेकर हंगामा तो जारी रहेगा।

बताते चलें कि कर्नाटक में चुनाव 12 मई को होगा, तो रिजल्ट 15 मई को आएगा। कर्नाटक में चुनाव एक ही चरण में होगा, जिसके लिए 56 हजार बूथ बनाये गये हैं। आपको बता दें कि चुनाव की तारीखों की ऐलान के बाद कर्नाटक पूरी तरह से चुनावी रंग में डूब चूका है, ऐसे में प्रदेश में आचार संहिता लागू हो गई है।

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