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हिन्दुस्तानी लड़के ने किया कमाल, पाकिस्तान की बेटी को बना लिया दुल्हनिया: दिलचस्प है लव स्टोरी

भारत और पाकिस्तान के बीच सरहद पर आए दिन तनाव बना रहता है। सीमा पार से लगातार घुसपैठ की खबरें आती रहती है। हाल ही में कुलभूषण जाधव से उनकी माँ और पत्नी की मुलाकात को अमानवीय बताते हुए दोनों देशों के बीच सियासत गर्म रही। इस सब के बीच पाकिस्तान की हफ्सा और भारत के अलीशान के बीच प्यार इस कदर परवान चढ़ा कि साथ जीने मरने की कसमें खाकर अब वे शादी के पवित्र बंधन में बंध गए हैं।

अलीशान अपनी नई नवेली पत्नी हफ्सा के साथ 25 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के अपने गृहनगर बरेली पहुँचे। यहां बरेली स्टेशन पर पहुंचने पर दोनों का परिजनों ने बेहद गर्मजोशी से स्वागत किया। पहले दोस्ती फिर प्यार में बदली हफ्सा और अलीशान की कहानी भी दिलचस्प है। बात 2 साल पहले की है। अलीशान अपने मामा के बेटों से मिलने लाहौर गए हुए थे। यहीं उनकी मुलाकात हफ्सा से हुई। पहले दोनों में दोस्ती हुई और फिर प्यार हो गया।

इसके बाद दोनों ने निकाह के लिए अपने घर में बात की और वे राजी हो गए। इसके बाद अलीशान 6 दिसंबर को बारातियों को लेकर बाघा बॉर्डर पर पहुंच गए। यहां जरूरी सुरक्षा जांच के बाद बाराती पाकिस्तान बॉर्डर में प्रवेश कर गए। यहां हफ्सा के पिता सुहेल बारातियों की मेजबानी के लिए खड़े हुए थे। बारातियों को फूल मालाएं पहनाईं गईं फिर उन्हें मैरिज हॉल ले जाया गया। यहां दोनों का पूरे रस्मो रिवाज के साथ दोनों का निकाह हुआ। 14 दिसंबर को वे अपनी बेगम के साथ भारत आ गए लेकिन 25 को बरेली पहुंचे।

हफ्सा लाहौर के चौहान रोड सांधा की रहने वाली हैं। उन्होंने लाहौर के ही एक कॉलेज से बीए किया है। अभी उनकी उम्र 22 साल है। वहीं अलीशान ने बीकॉम किया है और वे डीडीपुर में जिम चलाते हैं। भारत पहुंच कर हफ्सा ने कहा कि उन्हें भारत और पाकिस्तान में कोई फर्क नहीं लगता बल्कि उन्होंने भारत को बेहतर ही पाया। उन्होंने कहा कि उन्हें एक पल को भी इस बात का एहसास नहीं हुआ कि वे अपना पीहर छोड़कर यहां आई हैं। हांलाकि वे भारत की संस्कृति के बारे जानने और यहां घूमने को लेकर काफी उत्साहित हैं।

बरेली पहुंचकर अब हफ्सा अपने ससुराल वालों और पति के साथ मिलकर रिसेप्शन की तैयारियां करने में लगी हैं। हफ्सा के परिवार और रिश्तेदारी के लगभग 42 लोगों ने रिसेप्शन में हिस्सा लेने के लिए वीजा भी अप्लाई कर दिया है। हफ्सा बताती हैं कि उनके रिश्तेदार भारत आने को बहुत आतुर हैं। हफ्सा को फिलहाल 30 दिन का वीजा मिला है लेकिन वे जल्द ही लॉन्ग टर्म वीजा और भारतीय नागरिकता के लिए अप्लाई करेंगी। अलीशान के पिता इम्तियाज पहले पाकिस्तान बारात लेकर जाने को लेकर चिंतित थे, लेकिन दूतावास के अधिकारियों ने पूरी मदद की और वे अपने 32 रिश्तेदारों के साथ लाहौर बारात लेकर पहुंचे।

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