स्वास्थ्य

अगर शरीर पर बन रहे हैं नील के निशान, तो जरुर पढ़ लें ये खबर

अमूमन देखा जाता है कि कुछ लोगों के शरीर पर अचानक से नील जैसे निशान नज़र आने लगते हैं। आपने शायद देखा होगा कि नील के निशान अक्सर चोट लगाने के बाद ही पड़ते है। लेकिन, अगर नील के निशान बिना चोट लगे पड़े तो आपको इसके होने वाले नुकसान जरुर जान लेने चाहिए। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि शरीर पर बिना किसी वजह से नील के निशान क्यों पड़ते हैं।

आपने देखा होगा कि चोट लगने के बाद नील के निशान पड़ जाते हैं। ऐसा रक्त धमनियों को नुकसान पहुंचने के कारण होता है। डॉक्टर्स के मुताबिक, चोट लगने के बाद खून रिसता है और आसपास की कोशिकाओं में फैल जाता है, जिसके कारण नील के जैसा निशान पड़ जाता है।

नील जैसे निशान पड़ने का कारण चोट लगने के बाद शरीर की प्रतिक्रिया होती है। मेडिकल की भाषा में इसे कन्टूशन यानि भीतरी चोट कहा जाता है। डॉक्टर्स का मानना है कि नील के निशान के कारण बढ़ती उम्र, पोषण की कमी और हेमोफिलिया व कैंसर जैसी बीमारियां हो सकती हैं।

अगर आपके शरीर पर बिना किसी वजह के नील के निशान पड़ रहे हैं तो इसका कारण पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। इसलिए अपने भोजन में पोषक आहार लेना तुरंत शुरु कर दें। इसका दूसरा कारण बढ़ती उम्र हो सकती है। तीसरा कारण दवाइयों और सप्लीमेंट का इस्तेमाल हो सकता है, इसलिए दवाइयों और सप्लीमेंट के इस्तेमाल में सावधानी बरते। डॉक्टर्स के मुताबिक, शरीर पर नीले निशान पड़ने के कई कारण हो सकते हैं और इसके इलाज का तरीका कारण पर निर्भर करता है।

अगर आपके शरीर पर नीले रंग का दाग दिखाई दे रह है तो इसे ठीक करने में बेकिंग सोडा मददगार साबित हो सकता है। इसके लिए एक चम्मच बेकिंग सोडा में तीन चम्मच पानी मिलाकर दाग पर लगाये। आर्गेनिक शहद और ओटमील को पानी के साथ मिलाकर इसका पैक बनाकर लगाये। एलोवेरा के पत्तों को पिसकर लगाएं। इसको ठीक करने के लिए खीरे के रस को टोनर की तरह इस्तमाल करें। आपको बता दें कि कैंसर के उपचार के दौरान कीमोथेरेपी के कारण भी शरीर पर नीले निशान पड़ जाते हैं। शरीर पर नीला निशान पड़ने पर घबराये नहीं बल्कि डॉक्टर से सलाह लें।

यह भी पढ़ें :
एलोवेरा के औषधीय गुण

Back to top button