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भारत बना रहा है दुनिया की सबसे खतरनाक मिसाइल जो लक्ष नष्ट कर खुद वापस आ जाएगी

हथियार बनाने में अब भारत अमेरिका से पीछे नहीं है। ( India is making another Most dangerous missile of world )

आप सब ने एक  हथियार  का नाम सुना होगा जिसे बुमेरान कहा जाता है, बुमेरान की खासियत ये होती है की कि या तो ये लक्ष को भेद लेता या फिर अगर लक्ष चुक जाता है तो स्वत: ही वापस आ जाता है फेंकने वाले के पास.

अब भारत  एक ऐसी ही मिसाइल बनाने पर काम कर रही है, जो लक्ष को भेद कर फिर वापस आ जाये अपनी जगह, सोचिये किताना खतरनाक हो सकता है ये. स्वप्न ही लगाता है न?

हां, “स्वप्न ” ही है इस  मिसाइल  का नाम

हथियार बनाने के मामले में भारत अब अमेरिका से आगे नहीं तो पीछे भी नहीं है। भारत वर्ष ने ने कई ऐसे हथियार  बना लिये हैं और  कुछ ऐसे  हथियार  बनाने  पर प्रयोग कर रहा है  जिसका नाम सुनते ही दुश्मन देश  थर-थर  कांप  जायेगा। आज पूरी विश्व को इस बात की जानकारी लग चुकी है की भारतीय रक्षा अनुसंधान संस्थान (डीआरडीओ) मैं बेहद प्रतिभावान  वैज्ञानिक है और वे अपने देश के प्रती पुर्ण रूप से समर्पित हैं और नित्य  भारत वर्ष को नई रक्षा और युद्ध प्रणालियों से  सजो साज  कर रहे है।

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MOST DANGEROUS MISSILE OF WORLD, इस मिसाइल का नाम है “स्वप्न”

इस कड़ी में एक  और बडे मिसाइल का नाम  जुड़ चुका है, इस मिसाइल का नाम है “स्वप्न” ( Most Dangerous Missile of world) । रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ( ड्ड़्डॉ) ‘स्वप्न’ नामक एक ऐसे मिसाइल का विकास कर रहा है जिसका तोड़ शायद ही दुनिया के किसी  देश के पास होगा, ये लंबी दूरी तक मार करने वाले मिसाईल है । इस मिसाइल  की सबसे बड़ी खासीयत ये होगी की, ये मिसाइल अमेरिकी क्रूज मिसाइल ३ और एक रिमोट से चलने वाले वाहन का एक बेजोड संगम होगा। यह मिसाइल  परमाणु आयुधों को प्रक्षेपन करने में बेहद सक्षम होगा तथा इस मिसाइल को कम से कम १०० बार तक प्रयोग  किया जा सकेगा।

इस  मिसाइल की एक और खासियत ये भी है कि ये ध्वनि की गति से कई गुना तेज गती से चलेगा और इस प्रक्षेपस्त्र को बनाने के लिए एक ऐसे धातु को प्रयोग मैं लाया जा रहा है जिस की वज़ह से विश्व का कोई भी राडार इस मिसाइल की स्थिती को ज्ञात  नहीं कर पायेगा।

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रैमजेट और स्क्रैमजेट इंजन नामक वायु श्वासी प्रणोदन प्रणाली

इस मिसाइल  में रैमजेट और स्क्रैमजेट इंजन नामक वायु श्वासी प्रणोदन प्रणाली का इस्तेमाल किया जाएगा इस से उड़ान के दौरान आने वाली  पवन हाइड्रोजन से मिश्रित होकर दहन हो कर एक ऐसा दबाव उत्पन्न करेगी जिससे इस मिसाइल  की गती ध्वनि  की गती (३३२ मी/सेकंड) से भी ७ गुना अधीक या फिर इससे भी अधिक हो जायेगा

रैमजेट इंजन का प्रयोग पहले ही जमीन से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइल में भारत में  रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने कर दिया है ।  इस प्रयोग के बेहतरीन परिणाम भी  देखे जा चुके हैं।

स्वप्न मिसाइल की सबसे बड़ी खासियत

स्वप्न मिसाइल की सबसे बड़ी खासियत यह होगी की ये मिसाइल अपने टार्गेट को भेदकर  नष्ट नहीं होगी बल्कि अपने आधार पर ये मिसाइल पुनः वापस लौट आयेगी ।

इस मिसाइल को अपने आधार पर पुनः वापस  लाने के लिए  निर्देशात्मक प्रणाली (आर.जी.एस.) का इस्तेमाल किया जाएगा।

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