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बाबा रामदेव को इस लड़के ने बनाया है योगगुरु से बिजनेस गुरु, जानिए कौन है वो

योग गुरु से बाबा रामदेव आज कारोबारी गुरु हो गए हैं। अपने उत्पादों से विदेशी कंपनियों को कड़ी टक्टर दे रहे हैं। लोग  भी मानते हैं कि बाबा की इस सफलता के पीछे उनके परम शिष्य या यूं कहें बाल सखा बालकृष्ण का हाथ है। लेकिन इसके उलट हकीकत कुछ और है , क्योंकि वाकई में किसी सफल व्यवसाय के लिए सफल और सुफल दिमाग की जरूरत होती है, साथ ही मार्केट को समझने वाले व्यक्ति की दरकार होती है। लेकिन बाबा के पास एक दिए ऐसा आदमी आया जिसने चार मिटन में बाबा को बिजनेस प्लान समझाया और आज आलम ये है कि पतंजली देश की टॉप पचास कंपनियों में शामिल है।

एक हजार से दस हजार करोड़

हम अक्सर टीवी पर पतंजलि के लिए बाबा को प्रचार करते देखते हैं। तो हमें लगता है कि बाबा के ही दम पर पतंजलि चल रही है, लेकिन यह अधूरा सच है। पतंजली को ब्रांड बनाने के पीछे आदित्य पित्ती नाम का शख्स है जो कि लंदन में पढ़ा है। और उसके एक सुझाव से बाबा की पतंजलि विदेशी कंपनियों के होश उड़ाए हैं। बता दें कि 2013 तक 1000 करोड़ रुपये की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद आज 10,500 करोड़ रुपये की हो गई है। और साथ ही उसकी सोल डिस्ट्रिब्यूटर पिट्टी ग्रुप का रेवेन्यू भी जीरो से 1,200 करोड़ रुपये हो गया।

कैसे बढ़ा बाबा का व्यवसाय

बाबा रामदेव के कुछ बेहतरीन पतंजलि  प्रोडक्ट्स  के साथ आदित्य सबसे पहले मिले रिलायंस रिटेल के सीईओ दामोदर मल से. दामोदर ने आदित्य को पतंजलि प्रोडक्ट अपने स्टोर्स पर रखने के लिए सहमति तो दी पर ये भी कहा कि जब  ग्राहक को पतंजलि प्रोडक्ट पसंद आएंगे तभी बिक्री हो सकती है.आदित्य को भरोसा था कि रामदेव के आयुर्वेद प्रोडक्ट बाजार में बाकि  कंपनियों के प्रोडक्ट से कहीं ज्यादा गुणवत्ता के थे, इसलिए उनकी बिक्री होगी. यही नहीं प्रोडक्ट की पैकेजिंग में भी कोई कमी नहीं थी. आखिरकार मुकेश अम्बानी के रिलायंस रिटेल स्टोर्स में  पतंजलि के माल की डिमांड बढ़ने लगी. कई और बड़े स्टोर्स से पतंजलि के प्रोडक्ट्स की मांग  हुई. उधर आदित्य ने पतंजलि को देश के सभी शहरों में ज़बरदस्त प्रचार के साथ लांच करवाया. अगले साल तक पतंजलि की सेल्स डबल हो  चुकी थी. आदित्य अब रामदेव के लिए अद्वितीय बन चुके थे.  कोई आश्चर्य नहीं की आदित्य आज  रामदेव और बालकृष्ण के साथ मिलकर पतंजलि को देश की  सबसे बड़ी आयुर्वेद और कंस्यूमर  प्रोडक्ट कम्पनी बनाने की रणनीति बना रहे हैं.

कौन है आदित्य पिट्टी, कैसे मिले बाबा से

1991 में शुरू हुई कंपनी पिट्टी ग्रुप के सीईओ पिट्टी बताते हैं कि उनके पिता और स्वामीजी पिछले आठ नौ साल से एक दूसरे से परिचित हैं। इसलिए जब उन्होंने स्वामी जी को पतंजलि के समूचे ऑर्गनाइज्ड चैनल के लिए सप्लाई चेन नेटवर्क का सिंगलविंडो सर्विस बनाने का प्रस्ताव दिया तो उन्होंने उसको तीन चार मिनट में ही ओके कर दिया। पिट्टी का रियल एस्टेट का कारोबार है, वह स्पिरिचुअल चैनल शुभ टीवी चला रहे हैं और इनके पास फ्रोजेन चेन योगर्टबे में मेजॉरिटी स्टेक है।

प्राकृतिक और स्वदेशी कहकर बेंच रहे हैं माल

मुंबई में कंपनी की इस जनरल ट्रेड पार्टनर ने इसके लिए प्रॉडक्ट्स की दूसरी कंपनियों के मुकाबले ज्यादा प्राकृतिक और ज्यादा स्वास्थ्यकर वाली छवि बनाई। इस समय कंपनी के पास 10,000 फ्रेंचाइजी बेस्ड स्टोर्स का नेटवर्क है और इसके प्रॉडक्ट्स सैकड़ों डिस्ट्रिब्यूटर्स के जरिए लगभग 10 लाख किराना स्टोर्स में बिक रहे हैं। आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक पिट्टी ने रामदेव की चुनौती उठाकर अपनी क्षमता को साबित कर दिया। जानकारी के लिए बता दें कि जब बाजार में MRP पर हेवी डिस्काउंट दिया जाता है, ऐसे में भी पतंजलि पूरे डिस्ट्रीब्यूशन चैनल पर जीरो डिस्काउंट की फिलॉस्फी अपनाती है।

 

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