राजनीति

बाबा रामदेव के साथ योग करने पर इस मुस्लिम महिला योग टीचर के खिलाफ फतवा ज़ारी

नई दिल्ली: ऐसा माना जाता है कि योग करने से लोगों का तन-मन तंदरुस्त रहता है। उसका मानसिक विकास होता है और उसे जीवन में बेहतर काम करने की प्रेरणा भी मिलती है। केवल यही नहीं योग की साधना करने वाले व्यक्ति को रोगों से भी मुक्ति मिल जाती है। योग की मदद से व्यक्ति निरोगी जीवन जी सकता है। योग करने वाला व्यक्ति अन्य लोगों के मुकाबले ज्यादा दिन तक भी जीवित रहता है।

रामदेव के साथ तस्वीर वायरल होने के बाद बढ़ गयी मुश्किलें:

योग के बारे में यह तो आप सभी लोग जानते होंगे। लेकिन क्या आपने कभी यह भी सुना है कि योग करने पर किसी के खिलाफ फतवा भी जारी किया जा सकता है। जी हाँ हाल ही में यह एक महिला के साथ हुआ है। दरअसल योगगुरु बाबा रामदेव के साथ तस्वीर वायरल होने के बाद रांची की महिला योग टीचर राफिया नाज की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। उनके खिलाफ संगठन ने फतवा जारी कर दिया है। केवल यही नहीं राफिया को जान से मारे जाने की भी धमकी दी जा रही है।

शरारती तत्वों ने घर पर रात में की पत्थरबाजी:

राफिया ने इस बीच कहा कि अब खतरा कुछ कम हो गया है। उन्हें समाज के अन्य वर्गों का भी साथ मिलना शुरू हो गया है। अनेक संगठनों के लोग योग सिखाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। वह लोग किसी भी परिस्थिति में साथ खड़े होने का दावा भी कर रहे हैं। आपको बता दें बुधवार की रात को राफिया के घर कुछ शरारती तत्वों ने पत्थर भी फेंके। इस घटना के बाद उसके घर पर अनेक संगठनों का आना-जाना लगा रहा। इलाके में पुलिस की गस्त भी बढ़ा दी गयी है। शरारती तत्वों ने रात में दो बार पत्थरबाजी की।

प्रोफ़ेसर बनकर करना चाहती है अनाथ बच्चों की मदद:

राफिया ने बताया है कि वह प्रोफ़ेसर बनकर बच्चों की मदद करना चाहती हैं। वह जीवन में नेता नहीं बल्कि एक कुशल प्रोफ़ेसर बनना चाहती हैं। योग सिखाने का भी उनका मुख्य मकसद अनाथ बच्चों को समाज की मुख्या धरा से जोड़ने का हैराफिया ने राजनीतिक दलों से जुड़ने की चर्चा जोरो पर चल रही है लेकिन राफिया ने साफ़-साफ़ इनकार कर दिया कि वह किसी राजनीतिक संगठन का हिस्सा नहीं बनेंगी। आपको बता दें अभी राफिया की उम्र केवल 20 साल है।

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