दिलचस्प

कहीं शराब, तो कहीं नूडल्स और डोसा.. भारत के इन मंदिरों में मिलता है अनोखा प्रसाद

भारत अपने अध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए पूरे विश्व में विख्यात है.. विभिन्न धर्म और संस्कृतियों से सम्पन्न इस देश में आस्था के केन्द्र स्वरूप करोड़ो मंदिर और देव स्थल हैं । हर मंदिर की अपनी मान्यता है कुछ अपने दिव्य शक्ति की वजह से विख्यात हैं तो वहीं कुछ मंदिर अपने बनावट के लिए जाने जाते हैं।इसी तरह देश में कुछ ऐसे खास मंदिर भी है जो अपने अनोखे और अजीबोगरीग प्रसाद के लिए फेमस है। जी हां, अब तक आपने सिर्फ मंदिर में लड्डू, पेड़े, नारियल, मिश्री आदि का ही प्रसाद चढाया होगा या फिर खाया होगा। लेकिन आज जिन मंदिरों के बारें में हम आपको बताने जा रहें है, उन मंदिरों पर चढ़ने वालें प्रसाद के बारें में जानकर आप भी वहां जाना जरूर चाहेंगे।

राजस्थान के करणी माता मंदिर में मिलता है चूहों का झूठा प्रसाद

अगर आपके घर में आपको एक भी चूहा नज़र आ जाए तो आप बेचैन हो उठेंगे।  आप उसको अपने घर से भगाने की तमाम तरकीबे लगाएंगे ..लेकिन क्या आपको पता है की हमारे देश भारत में माता का एक ऐसा मंदिर भी है जहाँ पर 20000 चूहे रहते है और मंदिर में आने वालो भक्तो को चूहों का झूठा किया हुआ प्रसाद ही मिलता है। जी हां ये है करणी माता मंदिर जो राजस्थान के बीकानेर के देशनोक में स्थित है। इस मंदिर में हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। इसकी खासियत यह है कि इसके प्रांगण में हजारों की संख्या में चूहे हमेशा घूमते रहते हैं। ये चूहें माता की संतान माने जाते है, इस मंदिर में करीब 20 हजार के उपर चूहें रहते है। इतना ही नहीं यहां पर चूहों का जूठा किया प्रसाद ही लोगों में बांटा जाता है।

प्रसाद के रूप में मिलती है सीडी, डीवीडी

भारत में एक ऐसा मंदिर भी है जहां पर प्रसाद के नाम पर श्रद्धालुओं को सिर्फ सीडी, डीवीडी और टैक्स्ट बुक्स ही दी जाती है। जी हां, केरल के थ्रिसुर महादेव मंदिर में प्रसाद के नाम पर धार्मिक चीजों से से भरी सीडी, डीवीडी और टैक्स्ट बुक्स ही वितरित की जाती है। मंदिर के ट्रस्ट का मानना है कि ज्ञान के प्रचार और प्रसार से बढ़कर अन्य कोई प्रसाद हो ही नहीं सकता।

इस मंदिर में चढ़ता है चॉकलेट

आमतौर पर तो मंदिरो मिष्ठान और फलफूल ही चढ़ते हैं पर भारत में एक ऐसा भी मंदिर है जहां चॉकलेट चढ़ाई जाती है। जी हां..केरल के बालसुब्रमणिया मंदिर में प्रसाद के रूप में चॉकलेट ही अर्पित की जाती है और चॉकलेट का ही प्रसाद वितरित किया जाता है। यहां के स्थानीय निवासियों और मंदिर के पुजारियों का कहना है कि बालामुरुगन भगवान को चॉकलेट बहुत प्रिय हैं, इसलिए प्रसाद के रूप में चॉकलेट ही चढाई जाती है।

कोलकाता के चाइनीज काली मंदिर में मिलता है नूडल्स का प्रसाद

वैसे तो ज्यादातर चाइनीज लोगो के भगवान बुद्ध है लेकिन हिंदू देवता उनके भगवान हो सकते है ये पहली बार सुना होगा । असल में कोलकाता के टांगरा एरिया में स्थित वैसे तो ये काली जी का मंदिर है। लेकिन चाइनीज लोग उन्हें नूडल्स, चावल और सब्जियों का ही भोग लगाते हैं, जिसके कारण यह मंदिर चाइनीज काली मंदिर के नाम से फेमस हो गया, और यहां नूडल्स का प्रसाद मिलता है।

मंदिर जहां प्रसाद के रूप में मिलता है डोसा

कहावत है ..जैसा देश, वैसा भेष और इसी के अनुरूप तमिलनाडू के मदुरइ में बने भगवान विष्णु के अलागार मंदिर में प्रसाद के रूप में डोसा मिलता है.. और मिले भी क्यो नहीं, आखिर दक्षिण भारतीय लोगो का फेवरेट भोजन भी तो डोसा ही है।

प्रसाद में बंटती है शराब

शिव मंदिर में गंगाजल, दूध, शहद, धतूरा, भांग चढ़ते तो आपने देखा होगा। सीतापुर जिले में एक ऐसा मंदिर है जहां शिवलिंग पर शराब चढ़ाई जाती है। चढ़ाई गई शराब प्रसाद के तौर पर मंदिर में मौजूद बंदरों को पिलाया जाता है। हैरान करने वाली बात ये है कि मंदिर के बंदर बड़े चाव से प्लास्टिक की गिलास में शराब पीते हैं। खबीस बाबा भैरव बाबा का ही रूप माने जाते हैं। लोगों का कहना है कि यहां शराब चढ़ाने से मन्नतें पूरी होती हैं।

Back to top button