राशिफल

लाइफ की हर तरह की समस्या दूर कर सकते हैं ये उपाय

हमारे जीवन में कई प्रकार की समस्याएं आती है. इन समस्याओं में वित्तीय समस्याएं, वैवाहिक असहमति, अवसाद, गर्भपात और पुरानी बीमारियां शामिल हो सकती हैं. उदाहरण के लिए यदि ज्यादात्तीर परिवार वित्तीय समस्याओं से जूझ रहे हैं तो यह पुश्तैनी समस्याओं को इंगित कर सकता है क्योंकि पूरे परिवार के एक ही पूर्वजों का एक हिस्सा है. जब भी हमें कोई समस्या होती है तो हम अपनी समस्याओं से कैसे निपटते हैं? कभी हम उन्हें व्यवस्थित तरीके से हल करने का प्रयास करते है तो कभी सहायता के लिए दूसरों की ओर देखते है या कोई ओर विकल्प ढूंढ़ते है. हम चाहे कोई भी दृष्टिकोण अपना लें मगर हम अपनी समस्याओं से दूर नहीं जा सकते हैं. हम चाहे कितना भी कर लें समस्या का हल ढूंढ़ना आवश्यक होता है.

आध्यात्मिक कारक कर सकते हैं समस्याएं दूर :

समस्याओं को हल करने के लिए उनकी जड़ तक पहुंचना जरुरी होता है. आधुनिक विज्ञान केवल समस्या के शारीरिक और मनोवैज्ञानिक कारकों को देखता है लेकिन यह देखने में विफल रहता है कि आध्यात्मिक कारक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. दुनिया भर के कई साधकों ने यह अनुभव किया है कि कैसे आध्यात्मिक अभ्यास से उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार हुआ है. आध्यात्मिक अभ्यास समस्याओं को दूर करने में हमारी मदद करता है.

तन, मन और आत्मा में सामंजस्य :

अलग-अलग लोगों के लिए आध्यात्मिक अभ्यास का अलग-अलग मतलब होता है. कुछ लोगों को लगता है कि आध्यात्मिक अभ्यास का मतलब हमेशा प्रेम में होना, हमेशा मुस्कुराते रहना और हमेशा शिष्टता से बोलना है, कुछ लोग इसे अक्षमता का रूप मानते हैं. आध्यात्मिक अभ्यास का मतलब अच्छा होना मानते है. कुछ लोगों के लिए आध्यात्मिक अभ्यास करने का मतलब प्रसन्न होना, शांतिमय होना और आनंदमय होना है. आध्यात्मिक अभ्यास का असल मतलब होता है अपने तन, मन और आत्मा को स्वस्थ करके सामंजस्य स्थापित करना. जब हमारा तन, मन और आत्मा शुद्ध हो जाती है तो इनमें सामंजस्य बैठ जाता है और हम शांत महसूस करते है. शांत मन हर समस्या का हल निकाल सकता है. तन, मन और आत्मा में सामंजस्य स्थापित करके हम हर समस्या हो सुलझाने की क्षमता रखते है.

ध्यान लगाना :

ध्यान लगाना मतलब ईश्वर को प्राप्त करने जैसा है और अगर आपने ईश्वर को प्राप्त कर लिया तो आपकी साड़ी समस्या हल हो जाती है. ध्यान में गहराई का अनुभव करना अति महत्वपूर्ण है. ध्यान लगाने के लिए हम किसी एक सरल ध्वनि का प्रयोग कर सकते है जैसे ॐ शब्द का उच्चारण. ये हमारे मन को शांत करता है और अपने भीतर जाकर हर समस्या का हल खोज लाता है. जब मन और तंत्रिका तंत्र को कुछ क्षण असीम मौन में विश्राम करने दिया जाता है तो हमारी प्रगति को रोके हुए अंश भंग हो जाते है और हम समस्या से बाहर निकलने में कामयाब होते है. इससे जीवन में गुणवत्ता आती है और शरीर में दिन भर शान्ति, ऊर्जा और जागरूकता का प्रसार होता है.

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