राजनीति

राम रहीम की ‘हनी’ आज दिल्ली में करेगी सरेंडर, खुलेंगे बाबा के हर गहरे राज

नई दिल्ली – दिल्ली हाइकोर्ट ने हनीप्रीत की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी है। पुलिस अब कभी भी हनीप्रीत को गिरफ्तार कर सकती है। वहीं सूत्रों के मुताबित 25 अगस्त से ही हरियाणा पुलिस की आंखों में धुल झोकने वाली हनीप्रीत आझ दिल्ली में सरेंडर कर सकती है।

 हनीप्रीत ने दायर की थी जमानत याचिका

दिल्ली हाईकोर्ट में हनीप्रीत ने अग्रिम जमानत याचिका डाली थी, जिसे खारिज कर दिया गया। हाईकोर्ट ने हनीप्रीत का न्यायिक क्षेत्र पंजाब-हरियाणा को बताते हुए वहां के हाईकोर्ट में अपील करने को कहा है। कोर्ट ने हनीप्रीत के वकील से ये भी पूछा कि आप अंतरिम जमानत मांग रहे है, लेकिन हनीप्रीत कोर्ट में क्यों आई नहीं आई है। वहीं इस मामले पर हनीप्रीत के मामा अशोक बब्बर ने कहा है कि हनीप्रीत को सरेंडर करके पुलिस की जांच में सहयोग देना चाहिए। उनके मुताबिक हनीप्रीत और उसके परिवारवालों को मिले 18 साल हो गए हैं।

बाबा की गिरफ्तारी के बाद से गायब है हनीप्रीत

राम रहीम की हनी यानि हनीप्रीत पर बाबा को 25 अगस्त को बलात्कार का दोषी ठहराये जाने के बाद भगाने की साजिश रचने और हिंसा फैलाने का आरोप है। इसलिए उसे ढूंढने के लिए पुलिस कई जगह छापेमारी कर रही है, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल रहा। डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत पर राम रहीम को कोर्ट से भगाने कि साजिश रखने के लिए देश द्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है। आपको बता दें कि हनीप्रीत आखिरी बार 25 अगस्त को रोहतक में दिखी थी। 25 अगस्त को जब बाबा को रोहतक की सुनारिया जेल भेजा जा रहा था उस वक्त भी वह उसके साथ हेलिकॉप्टर में बैठी थी।

 हाई अलर्ट पर है हरियाणा पुलिस

हाल ही में हरियाणा पुलिस ने यह दावा किया था कि हनीप्रीत नेपाल भागने का प्लान कर रही है, लेकिन वह अभी कामयाब नहीं हो पाई है। इसलिए हरियाणा पुलिस ने नेपाल से सटे प्रदेशों की पुलिस को भी अलर्ट कर रखा गया था। इसी वजह से नेपाल से सटे बिहार के 7 जिलों में पुलिस हर जगह उसकी तलाश भी कर रही है। इसी बीच जब हनीप्रीत ने दिल्ली हाईकोर्ट में अग्रीम जमानत याजिका दायर कि तो ये माना जा रहा है कि वह दिल्ली में दिल्ली के आसपास ही कहीं छिपी हुई है। हनीप्रीत पर गुरमीत राम रहीम को 25 अगस्त को बलात्कार का दोषी ठहराये जाने के बाद भगाने की साजिश रचने और हिंसा फैलाने का आरोप है।

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