अध्यात्म

इन महिलाओं को भूलकर भी नहीं रखना चाहिए नवरात्री का व्रत, वरना हो सकता है अमंगल ..

इस समय माँ दुर्गा का पावन समय चल रहा है। शारदीय नवरात्री का यह पावन समय 9 दिनों तक चलता है। इन दिनों में माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि जो भी भक्त इस समय माँ दुर्गा की सच्चे मन से आराधना करता है, उसके जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। माँ दुर्गा की आराधना करनें वाले व्यक्ति के जीवन में सिर्फ खुशियाँ ही खुशियाँ आती हैं।

माँ दुर्गा को प्रसन्न करनें के लिए रखना चाहता है हर व्यक्ति व्रत:

नवरात्री के समय में माता के लिए लोग व्रत भी रखते हैं। कुछ भक्त माता के लिए नौ दिनों का व्रत रखते हैं, जबकि कुछ लोग माता की श्रद्धा में नवरात्री के पहले और आख़िरी दिन व्रत रहते हैं। व्रत रहकर लोग माता की पूजा-अर्चना करते हैं। जिससे माँ दुर्गा अत्यंत प्रसन्न होती हैं। माँ दुर्गा को प्रसन्न रखनें के लिए हर कोई व्रत रखना चाहता है। आमतौर पर नवरात्री में सभी लोग व्रत रह सकते हैं, लेकिन कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिन्हें नवरात्री में व्रत रखनें से माना किया जाता है।

नवरात्री में नहीं रखना चाहिए इन लोगों को व्रत:

*- गर्भवती महिलाओं को:

maternity benefit act 1961

नवरात्री के समय में गर्भवती महिलाओं को व्रत करनें से माना किया जाता है। इसके पीछे कई तरह के कारण हैं लेकिन सबसे ज्यादा जोर इसके वैज्ञानिक कारण पर दिया जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि गर्भवती महिलाओं के व्रत रहनें की वजह से उनके होनें वाले बच्चे पर इसका बुरा असर होता है। बच्चे को कमजोरी का सामना करना पड़ता है।

*- बीमार लोगों को:

वैसे तो कई तरह की बीमारी होती है, लेकिन कुछ बिमारियों के दौरान बहुत ज्यादा सावधानी बरतनें की जरुरत पड़ती है। इन्ही में से एक है डायबिटीज। डायबिटीज के रोगियों को समय-समय पर खानें की सलाह दी जाती है। ऐसे में अगर वह व्रत रखते हैं तो उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को व्रत ना रहनें की सलाह दी जाती है।

*- अगर हम विज्ञान की बात करें तो विज्ञान देवी-देवताओं में विश्वास नहीं करता है। उसके अनुसार व्रत का भगवान से कोई लेना देना नहीं है।

*- वैज्ञानिकों के अनुसार व्रत रहनें से व्यक्ति का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। इसलिए विज्ञान भी यह कहता है कि सप्ताह में एक बार हर व्यक्ति को व्रत रहना चाहिए। इससे व्यक्ति की रोग-प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है और व्यक्ति की पाचन क्रिया भी मजबूत होती है।

*- जबकि इसके उलट हिन्दू धर्म यह मानता है कि व्रत रहनें से देवी-देवता बहुत ज्यादा प्रसन्न होते हैं। देवी-देवता प्रसन्न होकर व्यक्ति के सभी दुखों को दूर करके उसे सुखी जीवन का वरदान देते हैं।

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