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खुलासा : जानिए, कौन दे रहा है रोहिंग्या मुसलमानों को हमारे देश में शरण और क्यों मजबूर है सरकार?

नई दिल्ली – पिछले एक हफ्ते में तकरीबन 18000 रोहिंग्या मुस्लिम म्यांमार से भागकर बांग्लादेश पहुंच गए हैं। इंटरनैशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन (IOM) ने एक रिपोर्ट जारी कर बताया है कि म्यांमार के उत्तरपश्चिमी क्षेत्र में हिंसा भड़की हुई है, जिससे बचने के लिए करीब 60,000 रोहिंग्या मुसलमान बांग्लादेश भाग रहे हैं। रोहिंग्या मुसलमान और सुरक्षाबलों के बीच हुए संघर्ष में करीब 400 लोग मारे जा चुके हैं। Who are rohingya muslims.

 

कौन हैं रोहिंग्या मुसलमान?

रोहिंग्या मुसलमान वो हैं जो गरीब होने के साथ-साथ वक्त के मारे, भूख, कुपोषण और रोगों के शिकार हैं। लेकिन वास्तविकता यह है कि रोहिंग्या मुसलमान अपनी इस स्थिति के लिए स्वयं जिम्मेदार हैं। रोहिंग्या मुसलमान मूलतः बांग्लादेश के रहने वाले हैं। रोजी-रोटी की तलाश में ये लोग पहले बांग्लादेश छोड़ बर्मा में घुसे फिर जब बर्मा में लोकतंत्र आया तो ये भारत में घुस आए। ये लोग भारत के अलावा बर्मा, बांग्लादेश, इण्डोनेशिया तथा थाईलैण्ड में भी चोरी छिपे रह रहे हैं।

 

भारत के लिए क्यों बन गये हैं सिरदर्द?

रोहिंग्या मुसलमानों ने बांग्लादेश में भुखमरी तथा जनसंख्या विस्फोट और भोजन, पानी एवं रोजगार कि कमी के कारण भारत का रुख किया। इन लोगों ने भारत के पूर्वी क्षेत्रों में अपना डेरा जमाया। रोहिंग्या जम्मू, हैदराबाद, हरियाणा, यूपी, दिल्ली-एनसीआर में रहते हैं। अनुमान है कि भारत में इस वक्त करीब 40,000 रोहिंग्या मुसलमान रह रहे हैं। हालांकि, रोहिंग्या मुसलमानों के प्रति मोदी सरकार ने कड़ा रूख अपनाया है और उन्हें वापस भेजने की तैयारियां भी चल रही हैं। मोदी सरकार पूर्वोत्तर में उग्रवाद से निपटने, एक्ट ईस्ट पालिसी और अन्य आर्थिक, राजनैतिक व सैन्य कारणों से इन्हें भारत से निकालना चाहती है। किंतु मानवता और शांति के नाते इस मामले पर अभी चुप्पी साधे हुए है।

कौन दे रहा है रोहिंग्या मुसलमानों को शरण

रोहिंग्या जम्मू, हैदराबाद, हरियाणा, यूपी, दिल्ली-एनसीआर में रहते हैं। इस वजह से कुछ राजनीतिक पार्टियां इनका इस्तेमाल फर्जी वोट ड़ालने के लिए करती हैं। इन्हीं पार्टियों ने अपने लाभ के लिए रोहिंग्या मुसलमानों को अपने देश में शरण दे रखा है। आपको बता दें कि पश्चिम म्यामांर में भड़की हिंसा के कारण हजारों लोगों के घरों को जला दिया गया और सैकड़ों लोगों कि मौत हो गई। हिंसा के चलते बड़ी संख्या में रोहिंग्या मुस्लिम बांग्लादेश जा रहे हैं, लेकिन उन्हें वहां घुसने नहीं दिया जा रहा है।

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