अध्यात्म

शनि जयंती कब है? जाने पूजन की शुभ तिथि, मुहूर्त और चमत्कारी टोटके

शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है। वह व्यक्ति को कर्मों के आधार पर फल देते हैं। शनिदेव का गुस्सा जितना खतरनाक होता है उनका आशीर्वाद उतना ही लाभकारी रहता है। यही वजह है कि हर कोई उन्हें प्रसन्न करने में लगा रहता है। शनिदेव को खुश करने के लिए शनि जयंती का दिन सबसे शुभ माना जाता है। इस दिन शनिदेव का जन्म हुआ था। कहते हैं इस दिन शनिदेव से जो भी मांगों वह पूरा होता है। आज हम आपको शनि जयंती और इससे जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें बताने जा रहे हैं।

कब है शनि जयंती?

शनि जयंती हर साल ज्येष्ठ माह की अमावस्या को मनाई जाती है। इस वर्ष ज्येष्ठ अमावस्या 19 मई, शुक्रवार को है। इस दिन आप शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए उन्हें सरसों का तेल अर्पित कर सकते हैं। वहीं सरसों के तेल का दीपक भी उनके सामने प्रज्वलित कर सकते हैं। कहते हैं इस दिन शनिदेव की पूजा करने से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति मिल जाती है। आपके जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। हर मनोकामना पूर्ण होती है। रोगी भी निरोगी हो जाता है। गरीब अमीर बन जाता है।

शनि जयंती पर पूजा मुहूर्त

शनि जयंती वाले दिन शनिदेव की पूजा कुछ खास मुहूर्त पर करनी चाहिए। यदि आप 19 मई को सुबह शनि पूजन करना चाहते हैं तो शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 11 मिनट से 10 बजकर 35 मिनट तक रहेगा। वहीं जो लोग दोपहर में शनिदेव का पूजन करेंगे उनके लिए 12 बजकर 18 मिनट से 2 बजे तक का समय उत्तम रहेगा। इसके अलावा शाम को शनिदेव की पूजा पाठ करने के लिए 5 बजकर 25 मिनट से 7 बजकर 7 मिनट तक का मुहूर्त बहुत बढ़िया रहेगा।

शनि जयंती पर पूजा के लाभ

1. शनि जयंती पर शनिदेव का पूजन करने और उन्हें काला तिल अर्पित करने से कुंडली से शनि दोष समाप्त हो जाता है। फिर आपके जीवन में दुख नहीं बल्कि सुख आता है।

2. शनि जयंती पर पूजा पाठ करने से राहु का प्रभाव भी कम हो जाता है। शनि और राहु आपस में शत्रु होते हैं। ऐसे में शनिदेव का आशीर्वाद मिलने पर वह आपकी राहु से रक्षा करते हैं।

3. जिन लोगों को बार-बार क्रोध आता है उन्हें भी शनिवार के दिन शनि मंत्रों का जाप करना चाहिए। इससे उनका गुस्सा कंट्रोल में रहेगा। उनका मन शांत हो जाएगा। वह गुस्से में कोई गलत निर्णय नहीं लेंगे।

4. शनि जयंती के दिन घर में पूजा पाठ करने से सकारात्मक ऊर्जा का स्तर बढ़त है। इससे घर में शांति रहती है। पैसों की आवक बढ़ जाती है। परिवार के सदस्यों की तरक्की होती है।

5. शनि जयंती वाले दिन अपनी दुकान या ऑफिस में शनिदेव का पूजन करना चाहिए। इससे बीजनेस में लाभ होता है। आपका व्यापार नई ऊंचाइयों को छूता है।

6. यदि आपको किसी की बुरी नजर है या आप बार-बार बीमार पड़ रहे हैं तो शनि जयंती पर शनि मंदिर में घोड़े की नाल का पूजन कर उसे अपने घर के दरवाजे पर टांग दें। बुरी नजर आपका बाल भी बांका नहीं कर पाएगी।

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