अध्यात्मदिलचस्प

माता की प्रतिमा से टप-टप बहने लगे आंसू, उमड़ी भक्तों की भीड़, लोग बोले नवरात्रि का चमत्कार – Video

चैत्र नवरात्रि शुरू हो चुकी है। भक्त माता रानी की भक्ति में दुबे नजर आ रहे हैं। माता के मंदिरों में भीड़ भी उमड़ने लगी है। इस बीच सोशल मीडिया पर नवरात्रि के दिनों में एक चमत्कार देखने को मिला है। मध्य प्रदेश में दमोह जिले में स्थित एक मंदिर में माता की मूर्ति से लगाता आंसुओं की धारा बह रही है। इस चमत्कारी घटना का वीडियो सभी को हैरान कर रहा है।

मां की प्रतिमा से बह रहे आंसू

दमोह से करीब 35 किलोमीटर दूर हटा रोड पर लोहारी गांव है। यहां से दो किलोमीटर की दूरी पर खेतों में अंजनी माता का मंदिर बना हुआ है। यहां हर मंगलवार भक्तों की भीड़ उमड़ती है। यह मंदिर बेहद प्राचीन भी है। 21 मार्च, मंगलवार की सुबह लुहारी गांव निवासी हेमराज सिंह लोधी माता के दर्शन करने गया था। यहां उसे माता की प्रतिमा में एक आंख से आंसू बहते दिखे।

पहले तो शख्स को लगा कि उसे कोई भ्रम हुआ है। लेकिन जब उसने ध्यान से देखा तो मां की एक आंख से लगातार आंसू बह रहे थे। उसने ये बात गांव जाकर अपने जान पहचान के लोगों को बताई। जल्द बात पूरे गांव और आसपास के गांवों में आग की तरह फैल गई। भक्तों की बड़ी भीड़ मंदिर में दर्शन को आने लगी।

मंदिर आए भक्तों ने भजन- कीर्तन भी शुरू कर दिए। कुछ लोग नारियल बांधकर मन्नत भी मांगने लगे। एक महिला को शरीर में माता भी आ गई। उसने बताया कि देवी का ये मंदिर बड़ा छोटा है। से बड़ा बनाएं। तभी मां का दुख जाएगा। खबर लिखे जाने तक मां की प्रतिमा से आंसुओं का बहना जारी था।

आंसू की वजह चमत्कार या वैज्ञानिक कारण?

मंदिर आए भक्त इस घटना को चमत्कार बता रहे हैं। लेकिन पुरातत्व विभाग के अधिकारी का कुछ और कहना है। उन्होंने इसके पीछे वैज्ञानिक कारण दिया। रानी दमयंती पुरातत्व संग्रहालय के सुरेंद्र चौरसिया ने बताया कि वाष्पीकरण की वजह से बुंदे निकलना संभव है। हालांकि ये लोगों की आस्था का भी सवाल है तो आप उसे इस नजरिए से भी देख सकते हैं।

दरअसल अधिकतर नई मूर्तियों में वाष्पीकरण के कारण पानी की बूंद निकलने के चांस होते हैं। लेकिन यहां के लोग प्रतिमा के प्राचीन होने का दावा करते हैं। लेकिन पुरातत्व विभाग के अनुसार उनके रिकॉर्ड में प्रतिमा के प्राचीन होने की कोई जानकारी नहीं आई। यदि ऐसा होता तो वह प्रतिमा को सरक्षित करके रखते। लेकिन लोगों की आस्था को ध्यान में रखते हुए इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता है।


वैसे आपको क्या लगता है ये कोई चमत्कार है या इसके पीछे वैज्ञानिक वजह है? अपनी राय कमेंट में जरूर दें।

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