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बाप-बेटी के बीच नफरत बढ़ाती हैं यह बातें, अपने ही पिता की दुश्मन बन जाती है बेटियां

पिता और बेटी का रिश्ता बड़ा खास होता है। बेटियां अक्सर मां की बजाय बाप के ज्यादा करीब रहती हैं। बेटियों के लिए उनके पिता किसी सुपर हीरो से कम नहीं होते हैं। वह उन्हें अपना आदर्श मानती हैं। पिता भी यही कोशिश करते हैं कि वह अपनी बेटी का सही मार्गदर्शन करे। उसे अच्छे संस्कार दे।

लेकिन कभी-कभी पिता बेटियों पर हावी हो जाते हैं। वह उनसे कुछ ऐसी बातें कह जाते हैं जो उन्हें दुख पहुंचाती है। इससे बाप-बेटी के रिश्तों में दूरियां आ जाती है। ऐसे में एक पिता को अपनी बेटी से कुछ खास बातें बोलने से पहले दस बार सोच लेना चाहिए। उन्हें इन चीजों के लिए कभी फोर्स नहीं करना चाहिए। तो चलिए जानते हैं ये बातें कौन सी हैं।

बेटियों से भूलकर भी न कहें ये बातें

1. एक पिता को कभी अपनी बेटी की तुलना बेटों से नहीं करनी चाहिए। कुछ पिताओं की आदत होती है कि वह हर बात में बेटियों से बेटों वाली उम्मीदें रखते हैं। इसी तरह दूसरों की बेटियों से भी तुलना करना गलत है। इन चीजों से उसके मन में हीन बावना पैदा हो जाती है। ये चीज रिश्तों में खटास लाती है।

2. पिता को बेटियों पर कभी घरेलू काम का दबाव नहीं बनाना चाहिए। बेटियों के भी कुछ सपने होते हैं। वह भी पढ़ना चाहती हैं। अपने करियर पर फोकस करना चाहती हैं। घरेलू काम-काज व उन्हें करने का दबाव इन सपनों के आड़े आता है। इसलिए समाज और परिवार के दबाव में पिता को बेटी को इस चीज के ले फोर्स नहीं करना चाहिए।

3. हंसी-मजाक वैसे तो अच्छा होता है। लेकिन कभी-कभी ये मानसिक रूप से तकलीफदेह बन जाता है। पिता को अपनी बेटी का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए। जैसे यदि वह ज्यादा खाती है तो उसे टोकना नहीं चाहिए कि मोटी हो जाएगी। वहीं उसके सांवले रंग, अधिक वजन, कम वजन और शक्ल सूरत जैसी चीजों को लेकर मजाक या ताने नहीं मारना चाहिए।

4. हर लड़की का स्वभाव, आदतें और पर्सनलिटी अलग होती है। ऐसे में पिता को उन्हें बदलने की कोशिश नहीं करना चाहिए। तुम जोर-जोर से हंसती क्यों हो? तुम इतना क्यों बोलती हो? तुम कम क्यों बोलती हो? बहू बेटियों के लक्षण सीख लो, ऐसा करो, ऐसा मत करो। इस तरह की रोक-टोंक अक्सर आपसी रिश्ते बिगाड़ देती है।

5. लड़कियों को आजादी पसंद होती है। ऐसे में यदि पिता उनकी स्वतंत्रता को कंट्रोल करने की कोशिश करते हैं तो उन्हें बुरा लगता है। कभी-कभी उन्हें पूरी छूट देकर आप उनका दिल जीत सकते हैं। हर बार उन्हें लेकर ओवर पोजेसीव होना सही नहीं है। बदलते समय के साथ आपको भी अपनी सोच मॉडर्न करनी चाहिए।

6. लाइफ में एक समय ऐसा भी आएगा जब आपकी बेटी का कोई बॉयफ्रेंड बनेगा। वह अपने पसंद के लड़के से शादी करना चाहेगी। ऐसे में आपको इसे लेकर सख्त नहीं होना चाहिए। आखिर वह भी अपनी लव लाइफ अपने हिसाब से इन्जॉय करना चाहती है। आप सीधा उसे बॉयफ्रेंड बनाने से मना करने की बजाय उससे पहले मिल ले। यदि आपको लड़का ठीक न लगे फिर उसे कुछ कहे। पहले से अपनी राय न बनाएं।

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