तुनिशा की तरह ही हुआ था ‘आनंदी’ का भी हाल, पिता ने कहा- मैं दावे के साथ कहता हूं मर्डर हुआ है
टीवी अभिनेत्री तुनिशा शर्मा की मौत पर हर कोई अलग-अलग दावे कर रहा है. तुनिशा शर्मा ने 24 दिसंबर को अपने टीवी शो ‘अली बाबा’ के सेट पर फांसी लगाकर जा दे दी थी. आनन फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी.
बताया जा रहा है कि तुनिशा अपने शो के सह कलाकार शीजान मोहम्मद के साथ रिश्ते में थी. हालांकि दोनों के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा था. रिश्ते में परेशानी आने के बाद तुनिशा ने सुसाइड करने जैसा ख़ौफ़नाक कदम उठा लिया. इस मामले पर कई सेलेब्स ने अपनी बात रखी है.
कई सेलेब्स ने तुनिशा की मौत को आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या बताया है. दिवंगत अभिनेत्री प्रत्युषा बनर्जी के पिता ने भी ऐसा ही दावा किया है. बता दें कि प्रत्युषा बनर्जी लोकप्रिय धारावाहिक ‘बालिका वधू’ में आनंदी का किरदार निभाकर मशहूर हुई थी. प्रत्युषा ने भी अप्रैल 2016 में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी थी.
बता दें कि प्रत्युषा बनर्जी राहुल राज संग रिश्ते में थी. प्रत्युषा ने भी फांसी लगा ली थी. बताया जाता है कि राहुल ने उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाया था. वहीं तुनिशा की मौत पर प्रत्युषा के पिता ने दावा करते हुए कहा है कि तुनिशा की हत्या हुई है.
एक समाचार चैनल से बातचीत में प्रत्युषा के पिता शंकर बनर्जी ने कहा कि, ”जब मैंने तुनिशा के बारे में न्यूज पढ़ी, तो मुझे बहुत दुख हुआ. एक दम से मेरे पुराने जख्म ताजा हो गए. एक पिता होने के नाते मैं, तुनिशा की मम्मी के हाल को समझ सकता हूं. सच कहूं, मैं जितना तुनिशा की मौत को समझ पा रहा हूं, वो मुझे मर्डर ही लगता है.
पिछले कुछ सालों में देखें तो सारे मर्डर को सुसाइड का रूप दे दिया जा रहा है. सुशांत सिंह राजपूत के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है. मैं जब अपनी वाइफ से बात कर रहा था, हम दोनों ही रो रहे थे कि फिर एक मां ने अपनी बीस साल की मासूम बच्ची को खो दिया है. उनका दुख अपना सा लगता है”.
प्रत्युषा के पिता शंकर बनर्जी ने आगे कहा कि, ”ऐसा कैसे संभव है कि आप एक ऐसे माहौल में हैं, जहां इतने सारे लोग आपके आस-पास घिरे हुए हैं, वहां इस तरह का कदम कैसे कोई उठा सकता है. अगर कोई सुसाइड जानबूझकर करता है, तो वह निश्चित करता है कि कोई नोट या लेटर छोड़कर चला जाए ताकि बाकी लोगों को तकलीफ न हो. ये सौ प्रतिशत मर्डर का केस है.
मैं प्रत्युषा के पिता होने के नाते तो डंके की चोट पर बोलूंगा कि तुनिशा सुसाइड नहीं कर सकती है. मैं आज तक अपनी बेटी के न्याय के लिए भटक रहा हूं. चिल्ला-चिल्ला कर बोलता हूं कि मेरी बेटी को मारा गया है, लेकिन मेरी कोई नहीं सुनता है. शंकर के अनुसार, मेरी बेटी के साथ जो हुआ है, वो किसी भी बच्चे के साथ नहीं हो. हम तो न्याय के लिए आज भी परेशान हैं.