पत्नी को देवी मानते हैं रवि किशन, हर रात को छूते हैं प्रीति के पैर, ऐसी है दोनों की प्रेम कहानी
रवि किशन भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार हैं. उन्होंने भोजपुरी के अलावा हिंदी सिनेमा और दक्षिण भारतीय सिनेमा में भी काम किया है. एक अभिनेता होने के साथ ही वे एक राजनेता भी हैं. गौरतलब है कि वे भारतीय जनता पार्टी से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से लोकसभा सांसद हैं.
अभिनय से लेकर राजनीति तक की दुनिया में रवि सफल रहे हैं. वहीं उनकी निजी जिंदगी भी सफल रही हैं. 17 जुलाई 1969 को मुंबई में जन्में रवि किशन किसी पहचान के मोहताज नहीं है. करीब तीन दशक से वे बड़े पर्दे से जुड़े हुए है. भोजपुरी में उन्होंने कई बेहतरीन फ़िल्में दी है.
बॉलीवुड से लेकर दक्षिण भारतीय सिनेमा तक में वे अपनी पहचान बना चुके हैं. बात उनके निजी जीवन की करें तो उनकी पत्नी का नाम प्रीति किशन है. प्रीति और रवि की शादी की आज यानी कि 10 दिसंबर को सालगिरह है. आइए इस मौके और आपको दोनों की प्रेम कहानी के बारे में बताते हैं.
रवि की सफलता में प्रीति का बड़ा हाथ
रवि अपनी पत्नी और अपने परिवार के बेहद करीब है. कहा जाता है कि हर सफल आदमी के पीछे एक औरत का हाथ होता है. यह बात रवि किशन पर सटीक बैठती है. इस बात को वे खुद भी मानते हैं. रवि किशन अपनी पत्नी को देवी की तरह सम्मान देते हैं.
बता दें कि रवि और प्रीति की पहली मुलाक़ात स्कूल के समय में हुई थी. तब रवि 11वीं कक्षा में थे. 11वीं कक्षा में रवि का दिल प्रीति पर आ गया था. अपने एक साक्षात्कार में रवि ने बताया था कि 11वीं कक्षा में ही उन्होंने प्रति से शादी करने के सपने देख लिए थे. आगे जाकर उनका यह सपना साकार भी हुआ था.
बेटियों और पत्नी के पैर छूते हैं रवि
रवि न केवल अपनी बेटियों और पत्नी को केवल प्यार देते हैं बल्कि वे उनका काफी सम्मान भी करते हैं. आपको बता दें कि रवि अपनी बेटियों के पैर छूते हैं. इसके अलावा वे अपनी पत्नी प्रीति के भी पैर छूते हैं. हालांकि जब प्रीति सो जाती है तब रवि उनके पैर छूते हैं. क्योंकि जागने के दौरान प्रीति रवि को ऐसा करने नहीं देती है. रवि और प्रीति की तीन बेटियां है. उनका नाम रीवा, तनिष्क और इशिता हैं. जबकि एक बेटा सक्षम है.
फर्श से अर्श तक पहुंचे रवि किशन
रवि किशन ने अर्श से फर्श तक का शानदार सफर तय किया है. कभी उनका जीवन बेहद तंगहाली में गुजरता था. लोकप्रियता पाने से पहले उन्हें कई बार भूखे भी रहना पड़ा था. हालांकि आज उनके पास सुख सुविधा की हर एक चीज मौजूद है.