I Am Sorry मम्मी-पापा, आपके भरोसे पर खरी नहीं उतरी.. इंदौर डॉक्टर सुसाइड केस में आया नया मौड़
मध्य प्रदेश के शहर इंदौर के जूनियर डॉक्टर का सुसाइड केस इन दिनों काफी चर्चा में है। गौरतलब है कि यहां MGM मेडिकल कॉलेज से पोस्ट ग्रेजुएशन कर रही जूनियर डॉक्टर अपूर्वा गोल्हानी ने खुद को एनेस्थीसिया का ओवर डोज देकर आत्महत्या कर ली थी। 24 जुलाई को उसका शव हॉस्टल में मिला था। अब इस केस में पुलिस को अपूर्वा की एक पॉकेट डायरी भी मिली है। इसमें अपूर्वा ने अपने दिल की बात और जीवन की निराशा को व्यक्त किया है।
पॉकेट डायरी से खुला मौत का राज
पॉकेट डायरी में जो हैंडराइटिंग है उसकी पुष्टि अपूर्वा के भाई ने की है। अपूर्वा ने अपनी डायरी में लिखा कि ‘किसी से इतनी भी उम्मीद मत करो कि वह खरा नहीं उतर पाए।’ इसके अलावा उसने अपने माता-पिता, भाई और चाचू से माफी भी मांगी। उसने लिखा कि ‘मैं आप सबके भरोसे पर खरी नहीं उतर पाई। मुझे माफ कर देना। अब मैं थक चुकी हूं। जिंदगी से और नहीं लड़ सकती। इसलिए ये कदम उठा रही हूं।’
TI तहजीब काजी के अनुसार अपूर्वा गोल्हानी (पिता सुदर्शन गोल्हानी) की मौत संभवत: एनेस्थीसिया के ओवरडोज के चलते ही हुई है। उसकी डायरी से पता चलता है कि वह किसी से बहुत उम्मीद रखती थी जो उस पर खरा नहीं उतरा। इस कारण वह डिप्रेशन में चली गई थी। फिलहाल पुलिस अपूर्वा के मोबाइल चैट और कॉन्टैक्ट खंगाल सुराग लगाने का प्रयास कर रही है। साथ ही उनके दोस्तों के भी बयान लिए जा रहे हैं।
एनेस्थीसिया का ओवर डोज देकर किया था सुसाइड
अपूर्वा मूल रूप से सिवनी की रहने वाली थी। वह इंदौर में जावरा कंपाउंड स्थित जेडी गर्ल्स हॉस्टल में बीते दो वर्षों से रह रही थी। उसका MGM मेडिकल कॉलेज से पोस्ट ग्रेजुएशन चल रहा था। वह पीजी के थर्ड ईयर की छात्रा थी। साथ ही इंदौर के एमवाय अस्पताल में इंटर्नशिप करती थी। उसकी मंगलवार रात 8 बजे इमरजेंसी में ड्यूटी थी। जब वह काम पर नहीं आई तो उसे कॉल किया गया। जब उसने कॉल रिसीव नहीं किया तो उसके दोस्त हॉस्टल आए जहां वह बेड पर बेसुध मिली।
अपूर्वा के जेडी हॉस्टल की वार्डन नीकिता दलाल के अनुसार सुसाइड से पहले वाली रात उसका एक कोरियर भी आया था। लेकिन अपूर्वा ने कहा कि वह सुबह ले लेगी। लेकिन अगले दिन वह मृत हालत में मिली। वार्डन नीकिता बताती हैं कि अपूर्वा बेहद मिलनसार और अच्छी लड़की थी। 15-20 दिन पहले ही उनकी मम्मी उनसे मिलने हॉस्टल आई थी। घटनास्थल पर गई फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीम ने भी एनेस्थीसिया के ओवर डोज को मौत का कारण बताया है।