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कन्हैया हत्याकांड के बाद इस दबंग अफसर को मिला उदयपुर का कमान, नाम सुनते ही डर जाते हैं अपराधी

उदयपुर का कन्हैया हत्याकांड इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है। इस हत्याकांड को लेकर रोज नए नए खुलासे भी हो रहे हैं। इस बीच सरकार को उदयपुर की कानून व्यवस्था को बनाए रखने की चिंता भी सता रही है। इसके लिए उन्हें एक ऐसे दबंग और काबिल पुलिस अफसर की जरूरत थी जो इन हालातों से बहादुरी से निपट सके। ऐसे में सरकार ने राजस्थानभर में तैनात की पुलिस अफसरों के नाम खंगाल लिए। और अब उनकी तलाश खत्म हुई है। उन्हें एक दबंग पुलिस असफर मिल गया है।

यह दबंग असफर संभालेगा उदयपुर की कमान

इस दबंग पुलिस अफसर का नाम ठाकुर चन्द्रशील है। वे कोट एसीबी में काफी अरसे से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत रहे हैं। वे राजस्थान पुलिस सेवा के सीनियर असफर हैं। लोग उन्हें उनकी ईमानदार छवि और भ्रष्ट लोकसेवकों के विरुद्ध कार्रवाई को लेकर जानते हैं। उन्होंने की भ्रष्ट लोगों का भांडा फोड़ा है। जैसे बारां के तत्कालीन जिला कलक्टर इन्द्रसिंह राव को उनकी टीम ने 2 लाख रुपए की घूस लेते हुए पकड़ा था।

भ्रष्ट अधिकारिय ठाकुर चन्द्रसिंह का नाम सुनकर थर थर काँपते हैं। वे अभी तक एक दर्जन से अधिक भ्रष्ट अफसरों की जेल में चक्की पिसवा चुके हैं। कुछ समय पहले ही उन्होंने रेलवे के बड़े अधिकारी को भ्रष्टाचार करते हुए रंगेहाथ पकड़ा था। वहीं दो साल पहले वे भारतीय डाक सेवा के एक अधिकारी को दिल्ली में पकड़वा चुके हैं। वे कोटा थर्मल में मुख्य अभियंता को भी ट्रैप कर चुके हैं।

भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने के लिए जाने जाते हैं चन्द्रसिंह

ठाकुर चन्द्रसिंह की पोस्टिंग भले कोटा में बतौर एएसपी हो लेकिन उनसे भ्रष्टचार को मिटाने की फ़रियाद लेकर देशभर के लोग आते हैं। चन्द्रसिंह की खास बात ये है की वे निष्पक्ष कार्रवाई में यकीन रखते हैं। वह गुंडों या नेताओं के दबाव में आकर कभी कोई फैसला नहीं लेते हैं। उनके काम करने के तरीके की वजह से पुलिस डिपार्टमेंट और जनता के बीच में उनकी एक खास छवि बन चुकी है।

ठाकुर चन्द्रसिंह भ्रष्टाचार का भांडा फोड़ने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। कुछ समय पहले ही नेशनल हाइवे पर स्थित होटलों और ढाबों पर हो रही अवैध वसूली का केस उन्होंने सुलझाया था। वे और उनकी टीम य कई दिनों तक ड्राइवर और खलासी बनकर नेशनल हाइवे और वहाँ की होटलों और ढाबों पर घूमते रहे थे।

इस दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत कर की अहम जानकारियाँ जुटाई थी। उन्होंने इस दौरान ढेर सारे ट्रक ड्राइवरों, खलासियों और होटल संचालकों और ढाबा संचालकों से जानकारी स्टोर की और फिर आरटीओ के अधिकारियों और दलालों केा ट्रैप किया।

ठाकुर चन्द्रसिंह की इन्हीं खूबियों को देखते हुए राजस्थान सरकार ने उदयपुर के कन्हैया हत्याकांड के बाद हालत संभालने के लिए लाई है। गौरतलब है कि उदयपुर में बीते दिनों एक टेलर की दिनदहाड़े दो लोगों ने हत्या कर दी थी। उन्होंने इस घटना के बाद एक वीडियो बनाकर अपना जुर्म कबूला भी था। उधर राजस्थान पुलिस ने दोनों आरोपियों को कुछ ही घंटों में पकड़ लिया था। जांच में उनका पाकिस्तान के आतंकी संगठन से कनेक्शन होना भी सामने आया था।

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