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तलाक ने अलग किया लेकिन मौत ने हमेशा के लिए एक कर दिया, एक परिवार के अंत की दर्दनाक कहानी

पति-पत्नी और दो बच्चों का खुशहाल परिवार था लेकिन ना जाने फिर क्या हुआ पति-पत्नी में अनबन हो गई और बात तलाक तक पहुंच गई। तलाक होते ही चार लोगों का ये परिवार बिखर गया। लेकिन होनी को शायद कुछ और ही मंजूर था। तलाक के समय अदालत ने आदेश दिया था कि साल में एक बार पति-पत्नी बच्चों संग एकसाथ समय व्यतीत करेंगे। बस अदालत का यही आदेश उस अनहोनी की बुनियाद बन गया जो बेहद दर्दनाक है।

महाराष्ट्र के ठाणे का रहने वाला एक परिवार, जिसमें पति, पत्नी और दो बच्चे थे। कुछ समय पहले पति और पत्नी के बीच तलाक हो गया। फैमिली कोर्ट ने पति अशोक कुमार त्रिपाठी को साल में एक बार परिवार से मिलने का ऑर्डर दिया। ऑर्डर के अनुसार अशोक 10 दिन के लिए बच्चों के साथ परिवार से मिल सकते थे।

परिवार में पति पत्नी के अलावा साथ एक 22 साल का बेटा धनुष और 15 साल की बेटी रीतिका थी। अब इसे तकदीर का खेल ही कहेंगे कि अदालत के जिस आदेश पर परिवार एक साथ मिलना था, वहीं इनकी जिंदगी को खत्म करने वाला साबित हो गया। यह परिवार नेपाल के तारा एयरलाइन के उस विमान पर उन 22 लोगों में शामिल था जो रविवार को लापता हो गया।

नेपाल घूमने गया था परिवार

अदालत के आदेश के बाद 54 वर्षीय अशोक कुमार त्रिपाठी ने पत्नी वैभवी (51 वर्ष) और बेटे-बेटी के साथ नेपाल घूमने का प्लान बनाया था। इसके लिए ये लोग तीन दिन पहले ही नेपाल पहुंचे थे। यहां पहुंचने के बाद इन लोगों ने मध्य नेपाल स्थित मशहूर पर्यटक शहर जोमसोम घूमने की प्लानिंग की। इसके लिए इन लोगों ने तारा एयरलाइन में टिकट बुक की थी। हालांकि, परिवार का जोमसोम घूमने की प्लानिंग प्लेन क्रैश होने की वजह से पूरी नहीं हो सकी।

पत्नी मां के साथ रहती थी

वैभवी बांडेकर त्रिपाठी तलाक के बाद ठाणे-नासिक हाईवे स्थित रुस्तम जी एथीना में अपने दोनों बच्चों के साथ रह रही थी। बेटा धनुष कॉलेज की पढ़ाई कर रहा था जबकि बेटी अभी स्कूल में पढ़ रही थी। वैभवी की मां की तबीयत अक्सर खराब रहती है। ऐसे में वह मां के साथ रहकर ही उनकी देखभाल कर रही थीं। वैभवी के नेपाल घूमने जाने के बाद उनकी बड़ी बहन संजीवनी अपनी मां की देखभाल करने आ गई थीं।

दोनों ने की थी लव-मैरिज

पति अशोक त्रिपाठी ओडिशा के रहने वाले थे। अशोक और वैभवी ने लव मैरिज की थी। अशोक भुवनेश्वर में एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे। वहीं, वैभवी भी मुंबई के बीकेसी स्थित प्राइवेट ऑफिस में काम करती थी। अशोक ने मुंबई के बोरीवली में घर लिया हुआ था। तलाक के बाद वैभवी साल में 5-6 महीने इस घर में भी रहती थी। हालांकि, यह अभी किराये पर दे रखा है।

विमान हादसे में मौत

नेपाल में ‘तारा एयर’ के ‘ट्विन ओट्टर 9एन-एईटी’ विमान ने पोखरा से रविवार सुबह करीब 10 बजे उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के 15 मिनट बाद ही उसका कंट्रोल टॉवर से संपर्क टूट गया।

प्लेन में चार भारतीय, दो जर्मन और 13 नेपाली नागरिकों सहित कुल 22 लोग सवार थे। नेपाल की सेना को विमानन कंपनी ‘तारा एयर’ के दुर्घटनाग्रस्त विमान के मलबे के मुस्तांग जिले में होने के सुराग मिले। स्थानीय लोगों के हवाले से बताया कि विमान लांखु नदी के उद्गम स्थल के पास पहाड़ी पर दुर्घटनाग्रस्त हुआ और कई हिस्सों में टूटकर बिखर गया।

विमान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है और उसके टुकड़े इधर-उधर बिखरे पड़े हैं। स्थानीय निवासी इंद्रा सिंह के हवाले से कहा कि शवों के टुकड़े भी इधर-उधर बिखरे पड़े हैं और वे शिनाख्त की हालत में नहीं हैं। जनमंच डॉट कॉम’ की एक खबर के मुताबिक, दुर्घटनाग्रस्त विमान का मलबा मानापथ पर्वत के नीचे सनोसवेयर में मिला है। खबर में स्थानीय लोगों के हवाले से कहा गया है कि विमान लांखु नदी के उद्गम स्थल के पास पहाड़ी पर दुर्घटनाग्रस्त हुआ और कई हिस्सों में टूटकर बिखर गया।

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