बॉलीवुड

इतने हैंडसम दिखते हैं ये 5 एक्टर, फिर भी नहीं बन सके हीरो, विलेन बने तो चमक गई किस्मत

बॉलीवुड की दुनिया में एक्टर हीरो बनने का सपना लिए ही आते हैं। बस सबकी किस्मत में हीरो बनना नहीं लिखा होता है। भले ही आपके पास लुक्स हों या पर्सनेलिटी, फिर भी दर्शक आपको हीरो के रूप में पसंद करें, ये जरूरी नहीं है। हम आज आपको ऐसे 3 एक्टर्स के बारे में बताते हैं जो हीरो नहीं बन सके। इनकी विलेन के रूप में किस्मत खुल गई।

सोनू सूद

हीरो बनने आए एक्टरों की लिस्ट में सबसे पहला नाम सोनू सूद का आता है। उनकी फिटनेस देखकर बड़े बड़े हीरो भी फेल हो जाते हैं। ऐसा नहीं है कि सोनू विलेन बनना चाहते थे। वो हीरो बनने ही आए थे। शहीद ए आजम फिल्म से उन्होंने फिल्मों में कदम रखा था। उन्होंने इसके अलावा कई मूवीज में अच्छा रोल किया।

sonu sood

इनमें आशिक बनाया, एक विवाह ऐसा भी से लेकर हैप्पी न्यू ईयर में रोल किया। लेकिन उनको दर्शकों ने पसंद नहीं किया। इसके बाद वो गुंडों का रोल करने लगे। उनका दंबग का छेदी सिंह का किरदार देखें या शूट आउट एट वडाला में दिलावर का रोल, सबमें वो हिट हो गए। इसके बाद वो साउथ फिल्मों में खतरनाक गुंडे का रोल करने लगे और उनकी किस्मत चमक गई।

मोहनीश बहल

मोहनीश बहल अभिनेत्री नूतन के बेटे हैं। वो भी अच्छे लुक्स के साथ फिल्मों में हीरो बनने का ख्वाब लेकर ही आए थे। उन्होंने फिल्मों में कई अच्छे रोल भी किए। हम आपके हैं कौन फिल्म हो या हम साथ-साथ हैं, सबमें उनके पॉजिटिव किरदार ही नजर आए।

फिर भी लोगों ने उनको पसंद नहीं किया। आज भी उनकी पहचान उनके निगेटिव रोल्स की वजह से होती है। उनको दर्शक फिल्मी गुंडे के रूप में ही देखना पसंद करते हैं। इसी वजह से उन्होंने कई फिल्मों में विलेन की भूमिका निभाई है।

गैविन पैकर्ड

आपको 90 के दशक के दौर की फिल्में याद हों तो एक गोरा सा युवक जरूर दिख जाएगा। उनका नाम गैविन पैकर्ड है। वो भी देखने में किसी हीरो से कम नहीं थे। 90 के दौर में उनको सबसे ज्यादा हैंडसम विलेन कहा जाता था।

इतने अच्छे लुक्स होने के बाद भी वो बॉलीवुड में हीरो के रूप में फिल्में नहीं पा सके। इसके बाद उन्होंने खलनायक बनकर लोगों का दिल जीत लिया। तड़ीपार, चमत्कार और मोहरा जैसी फिल्मों में उनके रोल को लोग अब भी याद करते हैं।

राहुल देव

साउथ फिल्मों में राहुल देव का सिक्का चलता है। वो यहां मशहूर विलेन के रूप में अपनी धाक जमा चुके हैं। वैसे राहुल भी विलेन नहीं हीरो बनना चाहते थे। वो मॉडलिंग के बाद फिल्मों में आए।

उनकी बॉडी और लुक्स किसी हीरो से कम नहीं हैं। इसके बाद भी इस सुपर मॉडल के नसीब में फिल्मी गुंडा बनना ही लिखा था। आज बॉलीवुड हो या साउथ फिल्में, वो एक गुंडे के रूप में ही पसंद किए जाते हैं।

निकितिन धीर

महाभारत के कर्ण पंकज धीर के बेटे निकितिन धीर का भी इसी लिस्ट में नाम है। उनकी पर्सनलिटी तो बड़े बड़े हीरो से अच्छी है। फिटनेस के मामले में भी वो बहुत आगे हैं। लुक्स भी उनके हीरो से कम नहीं हैं।

इसके बाद भी उनको हीरो के रोल नहीं मिल पाए। वो दबंग 2 हो या जोधा अकबर या फिर रेडी फिल्म, सबमें निगेटिव रोल ही करते मिले। वहीं चेन्नई एक्सप्रेस में थाना बल्ली का रोल तो आज भी दर्शक याद करते हैं।

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