जब भूख से रोते बिलखते वरुण धवन को दिव्या भारती ने खुद बनाकर खिलाया आमलेट, सेट पर हुआ था यह कमाल
24 अप्रैल 1987 को ‘मायानगरी’ मुंबई में जन्में हिंदी फिल्मों के लोकप्रिय अभिनेता वरुण धवन 35 साल के हो गए हैं. इन दिनों फिल्म ‘जुग जुग जियो’, ‘भेड़िया’ और ‘बवाल’ को लेकर चर्चाओं में चल रहे वरुण मशहूर फिल्म निर्देशक डेविड धवन के छोटे बेटे हैं. बीते 10 सालों से वरुण हिंदी सिनेमा में काम कर रहे हैं.
हिंदी सिनेमा में वरुण अपनी सादगी और शानदार अंदाज के लिए काफी पसंद किए जाते हैं. वरुण अपने हंसमुख स्वभाव से फैंस का दिल जीत लेते हैं. वरुण धवन ने हिंदी सिनेमा में कदम रखने के कुछ सालों बाद ही बड़ी और ख़ास लोकप्रियता एवं सफ़लता हासिल कर ली थी.
वरुण के जन्मदिन के मौके पर आज हम आपको उनका और दिवंगत अदाकारा दिव्या भारती से जुड़ा एक किस्सा सुनाने जा रहे हैं जो आपने शायद ही पहले कभी सुना हो. यह किस्सा है दिव्या भारती की फिल्म फिल्म ”शोला और शबनम’ की शूटिंग’ के समय का. इस फिल्म में दिव्या ने सुपरस्टार गोविंदा के साथ काम किया था. फिल्म साल 1993 में आई थी.
वरुण धवन को शुरू से ही घर में फ़िल्मी माहौल मिला था. उनके पिता डेविड धवन ने कई हिट फिल्मों का निर्देशन किया है. बचपन में अक्सर वे पिता के साथ फिल्म के सेट पर जाया करते थे. वरुण एक बार पिता के साथ ‘शोला और शबनम’ की शूटिंग के दौरान भी पहुंचे थे. छोटे से वरुण को तब बड़ी जोर की भूख लग आई थी.
भूख लगने पर लगभग पांच साल के वरुण रोने लगे थे. जब दिव्या भारती ने यह देखा तो उनसे रहा नहीं गया और उन्होंने वरुण को झटपट फिल्म के सेट पर ही ऑमलेट बनाकर खिला दिया. गौरतलब है कि दिव्या भारती का साल 1993 में 19 साल की उम्र में निधन हो गया था.
बतौर अभिनेता अपने करियर की शुरुआत करने से पहले वरुण ने करण जौहर को फिल्म ‘माई नेम इज खान’ के समय असिस्ट किया था. इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ से हिंदी सिनेमा में अपने कदम रखे थे. यह फिल्म साल 2012 में आई थी. इस फिल्म में आलिया भट्ट और सिद्धार्थ मल्होत्रा ने भी काम किया था.
बचपन के प्यार से की शादी…
बीते साल वरुण ने अपने बचपन के प्यार नताशा दलाल से 24 जनवरी को विवाह रचा लिया था. वरुण ने एक साक्षात्कार में कहा था कि, ”कैंटीन में लंच के दौरान जब नताशा चलते हुए मेरे सामने आई, तब देखते ही मुझे उससे प्यार हो गया था. हालांकि उसने मुझे तीन-चार बार रिजेक्ट किया था लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी”.