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भारत का अनोखा रेस्टोरेंट: यहां फ्री में भरपेट खाना खाओ, पैसे की जगह बस पॉलीथिन दो और चलते बनो

आप जब भी रेस्टोरेंट जाते होंगे और कुछ भी खाते होंगे तो उसका बिल भी लंबा चौड़ा आता होगा। आपके मन में भी ऐसा ख्याल जरूर आता होगा कि काश रेस्तरां में खाने के पैसे नहीं देने पड़ते तो कितना अच्छा होता। अगर हम कहें कि भारत में एक अनोखा रेस्टोरेंट मौजूद है जहां आपका ये सपना पूरा हो सकता है।

आप भले ही इस बात को मजाक समझ रहे हों लेकिन ये सच है। भारत में एक रेस्तरां है जहां आपको फ्री में खाना मिलेगा। आप भरपेट भोजन कर सकते हैं। हैरानी की बात है कि आपको यहां खाने के लिए पैसे नहीं देने होते हैं। बल्कि इसके बदले आपको पॉलीथिन देनी होती है। आखिर क्यों ऐसा होता है, चलिए हम आपको बताते हैं।

छत्तीसगढ़ में मौजूद है ये अनोखा रेस्तरां

अगर आपको रेस्तरां में लजीज खाने के पैसे न देने पड़े तो कितना अच्छा होगा। वैसे अब ये सिर्फ ख्याली पुलाव नहीं बल्कि हकीकत में हो रहा है। जी हां छत्तीसगढ़ में ऐसा अनोखा रेस्टोरेंट खुल गया है। यहां आकर आप भरपेट भोजन कीजिए जिसके लिए आपको किसी को भी एक रुपये तक देने की कोई जरूरत नहीं है।

प्रदेश की राजधानी रायपुर में ये अनोखा रेस्तरां खुला है। यहां आने वाले ग्राहकों से खाने के बदले एक रुपये भी नहीं लिया जाता है। बस उनको पैसों के बदले एक किलो पॉलीथिन लानी होती है। अब आप भी हैरान हो रहे होंगे कि आखिर रेस्तरां वाले पैसों के बदले पॉलीथिन क्यों ले रहे हैं। चलिए इसकी वजह भी आपको बताते हैं।

इस वजह से देनी पड़ती है पॉलीथिन

अब हम आपको पैसे की जगह पॉलीथिन देने का कारण बताते हैं। असल में रायपुर नगर निगम में ये अनूठी पहल की है। यहां प्रशासन शहर को पॉलीथिन से पूरी तरह मुक्त करना चाहता है। इसी वजह से लोगों को जागरूक करने के लिए उनको थोड़ा लालच दिया गया है। इसका मकसद है कि लोग फ्री खाने के लिए ही सही पॉलीथिन को न फेंके।

रायपुर के शास्त्री मार्केट में नगर निगम की मदद से इस फूड बैंक को खोला गया है। रेस्तरां को चलाने का जिम्मा जान्हवी महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं को दिया गया है। यहां आप बस 1 किलो पॉलीथिन लेकर आइए और गरमा गरम नाश्ता आपका इंतजार करता हुआ मिलेगा। आपको बस उस पॉलीथिन को देना होता है।

अभी नाश्ते में मिल रहा ये भोजन

इस रेस्तरां में फिलहाल जो भोजन मिल रहा है उसके बारे में भी बता देते हैं। यहां अभी गरमा गरम बड़ा, समोसा और पोहा ग्राहकों को दिया जा रहा है। वहीं इस मेन्यू में और भी भोजन शामिल करने पर विचार हो रहा है। एनजीओ की अध्यक्ष रीना यादव कहती हैं कि इस प्रयास से शहर पॉलीथिन मुक्त होगा और एनजीओ की महिलाओं को भी आय होगी।

नगर निगम फिलहाल पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक बनाना चाहता है। रायपुर में पॉलीथिन पर बैन है फिर भी इसका इस्तेमाल लगातार हो रहा है। वहीं स्वच्छता सर्वेक्षण में भी शहर का नाम लिस्ट में आगे करने की योजना है। वैसे रायपुर के महापौर एजाज और सभापति प्रमोद की ये योजना थी जिसको अब धरातल पर उतार दिया गया है।

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