‘अगर राम का जन्म न हुआ होता तो…’ भाजपा के विरोध के चक्कर में ये क्या बोल बैठे उद्धव ठाकरे
शिवसेना और भाजपा दोनों कभी एक साथ मिलकर चला करते थे। इसकी वजह दोनों के एजेंडे और विचारधाराएं मिलती थीं। महाराष्ट्र में ये दोनों दल छोटे-बड़े भाई की भूमिका में नजर आते थे। हालांकि सत्ता के बंटवारे की लड़ाई में दोनों दलों ने अपनी-अपनी राहें जुदा कर लीं। अब शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार चला रही है।
वहीं महाराष्ट्र में अब दोनों ही दल एक दूसरे के विरोधी हो चुके हैं। इन दलों के नेता भी अब एक दूसरे को नीचा दिखाने में पीछे नहीं दिखते हैं। खुद शिवसेना प्रमुख भी भाजपा का जमकर विरोध करते नजर आते हैं। हालांकि हाल ही में बीजेपी के विरोध के चक्कर में उद्धव ठाकरे ने ऐसा बयान दे दिया है जिसको लेकर सियासी बवाल मच गया है।
उपचुनाव से पहले भाजपा को घेरा
उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के सीएम हैं। कोल्हापुर में 12 अप्रैल को उपचुनाव होने जा रहे हैं। इसमें महाविकास अघाड़ी प्रत्याशी जयश्री जाधव भी हैं। उन्हीं का प्रचार उद्धव डिजिटल माध्यम से कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा। सीएम बोले कि 2019 में भाजपा की वजह से शिवसेना ये सीट हार गई थी।
उन्होंने कहा कि 2019 में शिवसेना का बीजेपी के साथ गठजोड़ था। हालांकि यहां पर कांग्रेस की स्थिति मजबूत हो गई थी और शिवसेना प्रत्याशी को हार का मुंह देखना पड़ा था। उद्धव बोले कि बीजेपी के उस समय वोट कहां चले गए थे। क्या भाजपा ने भी कांग्रेस के साथ गुप्त समझौता कर लिया था।
जानें भाजपा को घेरने के चक्कर में क्या बोल गए
उद्धव ठाकरे ने प्रचार के दौरान भाजपा को घेरने के चक्कर में बड़ा बयान दे दिया है। उन्होंने भगवान राम के बारे में टिप्पणी कर दी है। ठाकरे का कहना है कि अगर भगवान राम पैदा ही न हुए होते तो भारतीय जनता पार्टी का क्या होता। बीजेपी फिर कौन सा मुद्दा उठाती। सीएम बोले कि बीजेपी नफरत की राजनीति करती है।
ठाकरे ने आरोप लगाया कि बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं है। इसीलिए पार्टी बस धर्म और नफरत के मुद्दे पर ही बात करती रहती है। वहीं उद्धव ने ये भी कहा कि बीजेपी को धर्म के सहारे दिल्ली की सत्ता तक पहुंचने का रास्ता उनके पिता बाल ठाकरे ने दिखाया था। उनके पिता ने ही भाजपा को हिन्दुत्व और भगवा का रास्ता दिखाया था।
शिवसेना की विचारधारा की तारीफ की
उद्धव ने शिवसेना की विचारधारा की भी तारीफ की। वो बोले कि हमारी पार्टी की विचारधारा हरदम हिन्दुत्व और भगवा की रही है। वहीं बीजेपी भारतीय जनसंघ और जनसंघ जैसे अलग अलग नामों से है। ये अलग-अलग विचारधारा रखते हैं। उद्धव ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि क्या बीजेपी के भगवान राम का पेटेंट हो गया है।
उद्धव ने ये भी कहा कि बाल ठाकरे ने भाजपा को राह दिखाई लेकिन वो उनका ही सम्मान नहीं करती है। वो बोले कि नवी मुंबई में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम बाल ठाकरे के नाम पर रखा जाना है। भाजपा इसका विरोध कर रही है जिससे साफ है कि उसके दिल में बाला साहब के लिए कोई सम्मान नहीं है।