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सचिन तेंदुलकर पहुँचे राज्यसभा, ट्विटर यूजर्स ने उड़ाया जमकर उनका मज़ाक!

नई दिल्ली: सचिन तेंदुलकर के बारे में कुछ बताने की जरुरत नहीं है। सचिन को क्रिकेट का भगवान कहा जाता था। हालांकि इन्होने अब क्रिकेट से सन्यास ले लिया है। आज भी सचिन के कई रिकॉर्ड तोड़ने वाला कोई क्रिकेटर नहीं है। ऐसे ही नहीं सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है। वह स्वाभाव से भी काफी सज्जन व्यक्ति हैं। कई क्रिकेटर तो अपने अड़ियल स्वाभाव के लिए भी जाने जाते हैं।

सचिन तेंदुलकर को देखकर देश के कई युवाओं ने क्रिकेट को अपे कैरियर के रूप में चुना है। आपको जानकर हैरानी होगी कि भरिय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने क्रिकेट सचिन तेंदुलकर को देखकर ही खेलना शुरू किया था। आज वह भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान बन चुके हैं। इसके अलावा भी देश के कई युवा ऐसे हैं जो क्रिकेट सचिन को देखकर खेलना शुरू किया है।

राज्यसभा में कम उपस्थिति को लेकर उड़ा मजाक:

सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट को अलविदा कहकर राजनीति में कदम रख लिया। आपको बता दें सचिन राज्यसभा सदस्य हैं और वह राज्यसभा में बहुत ही कम उपस्थित रहते हैं। इसे लेकर कई बार उनका मजाक बनाया जा चुका है। कम उपस्थिति की वजह से सचिन को काफी आलोचना झेलनी पड़ी। गुरुवार को वह राज्यसभा पहुँचे। राज्यसभा पहुँचकर वे कुछ लोगों से हाथ मिलाकर अपनी सीट पर बैठ गए।

सचिन ने कार्यवाई के दौरान नहीं किया कोई सवाल:

कार्यवाई शुरू हुई और उन्होंने कार्यवाई के दौरान कोई सवाल नहीं किया। सचिन तेंदुलकर को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर मजाक उड़ाया जा रहा है। ट्वीटर पर सचिन तेंदुलकर को ईद का चाँद तक कहा गया है। एक ट्वीटर यूजर ने चुटकी लेते हुए लिखा है कि कई सालों से इंतज़ार कर रहे भारत को 2017 में दो बड़ी उपलब्धियां मिली हैं। एक जीएसटी लागू हो गया और दूसरा सचिन राज्यसभा में उपस्थित हो गए।

2012 में मनोनीत किया गया था राजसभा का सदस्य:

एक अन्य ट्वीटर यूजर ने कहा कि सचिन लगता है किसी एड के सिलसिले में दिल्ली आये हैं। वहीँ कुछ लोगों ने यह भी कहा कि सचिन अपनी फिल्म के प्रमोशन के लिए राज्यसभा पहुँचे। सचिन तेंदुलकर और रेखा को 2012 में राज्यसभा का सदस्य मनोनीत किया गया था। सांसद बनाने के बाद सचिन 348 दिनों में 23 दिन और रेखा केवल 18 दिन ही सदन में मौजूद रही हैं। मौजूदा मानसून सत्र में सचिन पहली बार नजर आये हैं।

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