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मर्डर केस में बंद युवक ने जेल से दी आईआईटी परीक्षा, पूरे भारत में आई ऐसी रैंक, होने लगी चर्चा

जेल की बात करें तो हमारे मन में नकारात्मक विचार ही आते हैं। जेल में अपराधी बंद होते हैं ये तो सबको पता है लेकिन क्या उनके भीतर भी कुछ प्रतिभा होती है। ये सोचना पर मजबूर कर दिया है एक युवक ने जो खून के केस में जेल में बंद है। जेल से ही उसने आईआईटी परीक्षा दी और रिजल्ट ने सबको हैरान कर दिया।

मर्डर केस में बंद लड़के की परीक्षा का जब रिजल्ट आया तो सभी हक्के-बक्के रह गए। उसने पूरे भारत में ऐसी रैंक हासिल कर ली जिसकी चर्चा अब उसके गांव में होने लगी है। वहीं अब लोग सोचने पर मजबूर हो गए हैं कि क्या जेल में रहकर भी कोई ऐसी सफलता हासिल कर सकता है।

बिहार की जेल में बंद है युवक

ये मामला बिहार से सामने आया है। यहां एक विचाराधीन कैदी ने सफलता की वो मिसाल कायम कर दी है जो लोग सोच ही नहीं सकते हैं। युवक का नाम सूरज है। वो बिहार की नवादा जेल में पिछले 11 माह से बंद है। उसके ऊपर हत्या का आरोप लगा है और केस चल रहा है। सूरज मोसमा गांव का निवासी है जो वारिसलीगंज इलाके में है।

सूरज के खिलाफ मर्डर का आरोप है। उसी के गांव के रहने वाले 45 साल के संजय यादव के पिता ने उसके खिलाफ केस दर्ज करवाया था। उनका आरोप है कि सूरज ने उनके बेटे संजय की बुरी तरह से पिटाई कर दी थी। इसके बाद वो गंभीर रूप से घायल हो गया था और उसने बाद में दम तोड़ दिया था। इसी केस में पुलिस ने उसको अप्रैल 2021 में जेल भेज दिया था।

जेल से की पढ़ाई, आई ये रैंक

अब हम आपको सूरज की सफलता के बारे में बताते हैं। सूरज ने आईआईटी जैम-2022 परीक्षा दी थी। इस परीक्षा को आईआईटी की ओर से करवाया जाता है। ये एक्जाम हर साल आयोजित किया जाता है। ये एक प्रवेश परीक्षा होती है जिसके जरिए आईआईटी में दो साल के एमएससी कोर्स के लिए एडमिशन मिल जाता है।

सूरज ने भी जेल से इस परीक्षा को दिया था। जब रिजल्ट आया तो उसको पूरे देश में 54वीं रैंक मिली थी। उसकी रैंक देखकर सभी हैरान हैं। युवक ने जेल के अंदर ही रहकर खुद से पढ़ाई की और इतनी रैंक हासिल कर सबको हैरान कर दिया। उसके गांव में अब इस उपलब्धि की चर्चा हो रही है। वहीं लोग सोच रहे हैं कि आखिर उसने ये कमाल कैसे कर लिया।

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