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सऊदी अरब के स्कूलों में गूंजेगी ‘ऊं’ की ध्वनि, बच्चों के कोर्स में शामिल होगी यह भारतीय पद्धति

योग और प्राणायाम जीवन को स्वस्थ रखने के लिए बेहद जरूरी हैं। इनके जरिए हमारे शरीर का पूरा विकास होता है। हालांकि कई बार योग और प्राणायाम को धर्म से जोड़कर देखा जाता है। इस संकीर्ण सोच की वजह से सभी लोगों और खासकर बच्चों को योग का संपूर्ण लाभ नहीं मिल पाता है।

हालांकि अब धीरे-धीरे योग और प्राणायाम के प्रति जागरुकता बढ़ती जा रही है। इसी वजह से ये पद्धति अब धर्म की दीवारें भी लांघती जा रही है। अब एक मुस्लिम देश ने भी अपने बच्चों को योग और प्राणायाम की शिक्षा देने का फैसला किया है। उनके स्कूलों में योग को कोर्स के रूप में शामिल किया जाएगा।

इस मुस्लिम देश में सिखाया जाएगा योग

योग और प्राणायाम वैसे तो पूरी दुनिया में ही प्रचलित हैं। कई देशों में तो इनको सिखाया भी जाता है ताकि बच्चों से लेकर बड़ों तक की सेहत में सुधार होता रहे। इसके बाद भी कुछ देशों में धर्म की आड़ लेकर योग पर पाबंदी लगा दी जाती है। हालांकि अब इस दिशा में बदलाव नजर आ रहा है। एक मुस्लिम देश अपने बच्चों को योग सिखाने जा रहा है।

जिस देश की हम बात कर रहे हैं वो सऊदी अरब है। जी हां सऊदी अरब देश में अब स्कूल के बच्चे आपको योग और प्राणायाम करते नजर आएंगे। उनकी सेहत अब योग के जरिए भी दुरुस्त रखी जाएगी। इसके लिए बड़ा फैसला किया गया है जो काबिले तारीफ है। इस फैसले के बाद ही बदलाव की बयार बहती दिख रही है।

स्पोटर्स कैरिकुलम के रूप में मिली जगह

सऊदी अरब मुस्लिम देश होने के बाद भी बदलाव की ओर है। यहां स्कूली बच्चों को योग सिखाया जाएगा। इसके लिए मुस्लिम देश ने स्कूल के स्पोटर्स कैरिकुलम में योग और प्राणायाम को जगह देने का फैसला किया है। सऊदी योग कमिटी के अध्यक्ष नोउफ अल-मारवाई का कहना है कि कॉमर्स मिनिस्ट्री ने तो साल 2017 में ही इस कोर्स को मान्यता प्रदान कर दी थी।

बच्चों का होगा विकास

सऊदी अरब की योग सिखाने की सोच के पीछे बच्चों का विकास करना है। स्कूली बच्चों को योग की शिक्षा सऊदी शिक्षा मंत्रालय की सहायता से होगी। मंत्रालय की मदद से योग को सिलेबस के रूप में शुरू किया जाएगा ताकि बच्चों को इसके लाभ पहुंचाये जा सकें। योग के लाभ को लेकर सऊदी अरब स्कूल स्पोटर्स फेडरेशन की बैठक भी हुई थी।

इसी बैठक में ये फैसला किया गया था। इस मीटिंग में स्कूलों के प्रिसंपल मौजूद थे। सभी बड़े स्कूलों ने योग को लेकर अपनी-अपनी राय रखी थीं। योगा इंस्ट्रक्टर और आनंद योगा स्टूडियो के फाउंडर खालिद जमा अल जहरानी का कहना है कि बच्चों का विकास कैसे किया जाए, इस बारे में देश के स्कूलों में खास ख्याल रखा जाता है।

21 जून को होता है विश्व योग दिवस

भारत की पहल पर योग को वैश्विक पहचान मिली है। 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाता है और लोगों को इसे करने के लिए प्रेरित किया जाता है। मोदी सरकार की पहल पर योग दिवस को शुरू किया गया जो पूरी दुनिया में प्रचलित हो गया है।

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