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Train में अब मोबाइल पर बात करना पड़ेगा भारी, रेलवे ने इस तरह बदले सफर के नियम

ट्रेन का सफर तो आप लोगों ने किया ही होगा। कहीं भी पहुंचने के लिए सबसे आसान सफर रेल का ही होता है। अपनी सीट रिजर्व करवाइये और आराम से अपनी मनचाही जगह पर पहुंच जाइए। रेलवे ने यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कई नियम भी बनाए हुए हैं जिनको सफर के दौरान मानना जरूरी होता है।

ट्रेन में आप सहयात्रियों के साथ ट्रैवल करते हैं। ऐसे में दूसरे यात्रियों की सुविधाओं का ख्याल रखना भी आपकी जिम्मेदारी होती है। हालांकि कई लोग ऐसे भी होते हैं जो सिर्फ अपनी ही सुविधा देखते हैं चाहे उससे दूसरे लोगों को सफर के दौरान कितनी भी दिक्कत हो। कुछ ऐसा ही मोबाइल फोन पर बात करने वाले लोगों के साथ है। लेकिन अब रेलवे ने नियम बदल दिए हैं।

मोबाइल पर बात करना बन गई आदत

मोबाइल तो हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। खासकर सफर के दौरान तो मोबाइल के बिना लोग रह ही नहीं पाते हैं। पूरे सफर के दौरान लोग फोन पर बातें करते रहते हैं। सुबह के समय तो दूसरे लोगों को इतनी दिक्कत नहीं होती है लेकिन जब रात को सोने के टाइम कोई फोन पर बात करे तो बहुत परेशानी होती है।

खासकर ऐसे लोग जो मोबाइल पर जोर-जोर से बातें करते हैं। रेल के अंदर कई जगह नेटवर्क की भी दिक्कत होती है। ऐसे में लोग और जोर से चिल्ला चिल्लाकर बात करने लगते हैं। हालांकि उनको नहीं पता होता है कि इससे दूसरे लोगों को कितनी परेशानी हो रही होगी। इसी वजह से रेलवे ने नियम बदल दिए हैं।

जानें क्या हैं नए नियम

अब हम आपको रेलवे के नये नियम के बारे में जानकारी देते हैं। इस नियम के मुताबिक अब आप रात में 10 बजे के बाद मोबाइल फोन पर तेज आवाज में बात नहीं कर सकेंगे। नये नियम के अनुसार रात में 10 बजे के बाद भी फोन पर आप बात तो कर सकते हैं लेकिन तेज आवाज में नहीं। अगर किसी सहयात्री ने आपकी शिकायत कर दी तो आपके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।

इसके साथ ही रेलवे ने एक दूसरा नियम भी बनाया है। इसके तहत रात 10 बजे के बाद स्लीपर या एसी कोच में सिर्फ नाइट लैंप ही खोले जा सकते हैं। इसके अलावा सारी लाइटें बंद करनी होंगी। ये नियम यात्रियों की शिकायत के बाद बनाया गया है। यात्री शिकायत करते थे कि रात में भी लोग लाइट खुली रखते हैं जिससे वो सो ही नहीं पाते हैं।

सीनियर सिटिजन को रेलवे दे चुका है झटका

रेलवे जहां यात्रियों की सुविधाओं को देखते हुए नए नियम बना रहा है, वहीं सीनियर सिटीजन को झटका भी दे चुका है। पहले रेलवे में सफर करने वाली 58 वर्ष से ऊपर की महिलाओं और 60 साल से ऊपर के पुरुषों को किराए में 40 फीसदी की छूट मिला करती थी। अब ये छूट बंद कर दी गई है।

छूट बंद होने की वजह से बुजुर्गों की जेब पर ज्यादा बोझ पड़ने लगा है। वहीं सरकार ने कोरोना काल में ये नियम बनाया था लेकिन अब रेलवे के घाटे का हवाला देते हुए नियम को बहाल किया हुआ है।

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