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खत्म नहीं हुआ कोरोना, चौथी लहर से फिर दहलेगा देश, जानें किस तारीख से शुरू होगी महामारी

कोरोना वायरस (Coronavirus) की तीसरी लहर इस समय धीमी पड़ गई है। ऐसे में लोग भी थोड़े टेंशन फ्री हो गए हैं। अब वे 24 घंटे मास्क नहीं लगा रहे हैं। हाथों को सेनेटाइज भी नहीं कर रहे हैं। एक तरह से देखा जाए तो कोरोना की जितनी भी गाइडलाइंस थी उन्हें लोगों ने ताख पर रख दिया है। वह पहले जैसे लापरवाह हो गए हैं। यदि आप भी उन्हीं लोगों में से एक हैं तो संभल जाइए। कोरोना की चौथी लहर जल्द ही देश में दस्तक दे सकती है।

कोरोना की चौथी लहर को लेकर हुई भविष्यवाणी

दरअसल आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) के शोधकर्ताओं ने कोरोना की चौथी लहर (Corona Fourth Wave in India) को लेकर भविष्यवाणी की है।

यह भविष्यवाणी बीते गुरुवार (24 फरवरी) प्रीप्रिंट सर्वर MedRxiv पर पब्लिश हुई है। बताते चलें कि ये वही आईआईटी कानपुर शोधकर्ता हैं जिन्होंने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर भी भविष्यवाणी की थी। कोविड-19 की तीसरी लहर को लेकर की गई उनकी भविष्यवाणी लगभग सटीक साबित हुई थी।

इस रिसर्च को आईआईटी कानपुर के मैथमैटिक्स एंड स्टैटिस्टिक डिपार्टमेंट के एसपी राजेशभाई, सुभरा शंकर धर और शलभ ने किया है। इस शोध को करने के लिए उन्होंने सांख्यिकीय मॉडल का इस्तेमाल किया है।

उनकी टीम ने चौथी लहर के पीक के टाइम पॉइंट के गैप की गणना के लिए ‘बूटस्ट्रैप’ नामक एक विधि यूज की है। इससे वे अन्य देशों में भी चौथी और अन्य लहर की भविष्यवाणी का भी अंदाज लगा सकेंगे।

इस तारीख को देश में आ सकती है कोविड-19 की चौथी लहर

आईआईटी कानपुर के शोधकर्ताओं की माने तो भारत में कोरोना की चौथी लहर 22 जून के आसपास स्टार्ट हो सकती है। इस लहर का असर लगभग 24 अक्टूबर तक जारी रह सकता है। शोधकर्ताओं के अनुसार कोरोना की चौथी लहर देश में लगभग चार महीने पसर कर बैठेगी। वहीं चौथी लहर का कर्व 15 अगस्त से 31 अगस्त तक पीक पर होगा। इसके बाद इसमें भी धीरे-धीरे गिरावट आने लगेगी।

शोधकर्ताओं ने कहा कि कोरोना की चौथी लहर कोरोना महामारी की शुरुआत के लगभग 936 दिन बाद आ सकती है। इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि कोरोना की चौथी लहर अनुमानित रूप से 22 जून से शुरू होगी और पीक पर पहुंचने के बाद 24 अक्टूबर को समाप्त भी हो जाएगी।

कितनी खतरनाक होगी कोरोना की चौथी लहर?

चौथी लहर कितनी खतरनाक होगी इसके बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। एक्सपर्ट का कहना है चौथी लहर की गंभीरता इस बार पर निर्भर रहेगी कि कोरोना का नया वेरिएंट क्या है और यह इंसानों के शरीर पर क्या असर कर रहा है। इसलिए एक्सपर्ट की लोगों को सलाह है कि वे कोरोना गाइडलाइन को लेकर लापरवाह न बने और नियमों का पालन करते रहे ताकि देश में कोरोना की चौथी लहर आने की स्थिति न पैदा होगा।

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