मुंबई आये थे पेंटर बनने लेकिन बन गये डायरेक्टर, जानें कैसे फुटपाथ से बुलंदियों तक पहुंचे प्रकाश झा
हिंदी सिनेमा के दिग्गज प्रोड्यूसर और डायरेक्टर प्रकाश झा ने अपनी मेहनत के बलबूते पर इंडस्ट्री में एक बड़ा मुकाम हासिल किया है। 27 जनवरी 1952 को बिहार के चंपारण में जन्मे प्रकाश झा ने हिंदी सिनेमा को एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दी। कहा जाता है कि प्रकाश झा पेंटर बनना चाहते थे, लेकिन साल 1973 में उन्होंने ‘धर्मा’ फिल्म की शूटिंग देखी जिसके बाद उन्होंने तय किया कि वह एक फिल्म मेकर बनेंगे।
इसके बाद प्रकाश झा ने साल 1973 में ही फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टीट्यूट में एडमिशन ले लिया, हालांकि इस दौरान उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लेकिन उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने के लिए हर वो कोशिश की जो जरूरी थी। आइए जानते हैं प्रकाश झा के जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें..
बता दें, प्रकाश झा ने अपनी शुरुआती पढ़ाई सैनिक स्कूल तिलैया से की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के रामजस कॉलेज में एडमिशन लिया। लेकिन इसी बीच उनके ऊपर फिल्में बनाने का भूत सवार हो गया जिसके चलते उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। उन्होंने फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टीट्यूट में ऐडमिशन लेकर यहां पर फिल्म बनाने की बारीकियां सीखी।
प्रकाश झा ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत फिल्म ‘हिप हिप हुर्रे’ से की थी। इसके बाद उन्होंने ‘मृत्युदंड’, ‘ये साली जिंदगी’, ‘चक्रव्यूह’, ‘ गंगाजल’, ‘परीक्षा द फाइनल टेस्ट’, ‘सांड की आंख’, ‘राहुल’, ‘मुंगेरीलाल के हसीन सपने’, ‘दिल क्या करे’ और ‘आश्रम’ जैसी कई सुपरहिट फिल्में बनाई।
कहा जाता है कि, करियर की शुरुआत में प्रकाश झा के पास रेंट और पेट भरने तक के पैसे नहीं थे। एक इंटरव्यू के दौरान प्रकाश झा ने अपने संघर्ष की कहानी को बताते हुए कहा था कि, उनकी जिंदगी में ऐसे दौर भी था जब उनकी जेब में महज 300 रुपए थे। उनके जुनून की वजह से घरवालों से भी उनके रिश्ते खराब हो गए थे, जिसकी वजह से उन्होंने घरवालों से भी पैसे लेना बंद कर दिया था। ऐसे में उन्हें मुंबई के जुहू बीच के फुटपाथ पर कई रातें गुजारनी पड़ी। इतना ही नहीं बल्कि प्रकाश झा ने करीब 5 साल तक अपने घरवालों से बात तक नहीं की थी।
बात करें प्रकाश झा की पर्सनल लाइफ के बारे में तो उन्होंने साल 1985 में मशहूर अभिनेत्री दीप्ति नवल के साथ शादी रचाई। शादी के बाद इन्होंने एक बेटी को गोद लिया जिसका नाम दिशा रखा गया। हालांकि शादी के 17 साल बाद इन दोनों ने एक दूसरे को तलाक दे दिया और अब यह अलग-अलग जिंदगी गुजार रहे हैं।
बता दे फिल्मी दुनिया में सफलता पाने के बाद प्रकाश झा ने साल 2004 में लोकसभा चुनाव भी लड़ा था लेकिन इसमें उन्हें हार मिली। बता दें इन दिनों प्रकाश झा अपनी आने वाली फिल्म ‘चक्रव्यूह-2’ को लेकर व्यस्त हैं। रिपोर्ट की मानें तो यह फिल्म साल 2023 में रिलीज हो जाएगी।