विशेष

यूक्रेन में फंसा केरल का ‘चपाती’, बचाने के लिए भारत माता से ऐसे लगाई गुहार

यूक्रेन पर रूस के हमले के दौरान कीव में केरल के कोच्चि में जन्मा चपाती भी फंस गया है। चपाती ने सोशल मीडिया हैंडल के जरिए भारत माता से दुनिया को बचाने के लिए आगे आने की अपील की है।

यूक्रेन की राजधानी कीव से लेकर सीमावर्ती इलाकों में बमबारी के साथ ही गोलियां चल रही है। इन सब के बीच एक यूक्रेनी कपल ने कोच्चि में जन्मे एक कुत्ते को बचाने की अपील की है। इस कपल ने केरल में इस कुत्ते को भूख के कारण मरने से बचाया था। बाद में वे लोग इसे लेकर यूक्रेन चले गए थे। अब संकट की घड़ी में ‘मदर इंडिया’ चपाती नाम वाले इस कुत्ते के लिए मदद की गुहार लगा रहे हैं।

2017 में चपाती को लिया गोद

यूजीन पेट्रस और क्रिस्टीना मासालोवा नाम के कपल ने इस डॉग को 2017 में गोद लिया था। उन्होंने इस डॉग का नाम चपाती रखा था। बाद में ये कपल उसे कीव लेकर चले गए। तब से, चपाती उनके साथ दुनिया भर में सैर करता है।

चपाती सोशल मीडिया पर एक्टिव

चपाती सोशल मीडिया पर भी एक्टिव है। यूक्रेनी कपल ने इंस्टाग्राम और एफबी पर ट्रैवलिंग चपाती नाम से अकाउंट बनाया है। यहां पर वे लोग अक्सर चपाती से जुड़े फोटो और पोस्ट ट्वीट करते हैं। अपनी लेटेस्ट पोस्ट में इस कपल ने भारतीयों से यूक्रेन की जमीन पर हो रहे युद्ध रोकने की अपील की है। सभी पोस्ट चपाती के नाम पर हैं।

भारत माता से लगाई गुहार

चपाती के नाम पर हाल ही में एक पोस्ट में कहा गया है, ‘प्रिय भारत माता, लाखों शांतिपूर्ण यूक्रेनियन और निर्दोष जानवरों की तरह मेरे परिवार का जीवन खतरे में है,.. भारत माता, चुप मत रहो! सड़कों पर जाओ और यूक्रेनी के लिए बोलो।’

कपल के साथ दुनिया भर में ट्रैवेल करता है

यूक्रेनियन कपल की चपाती से पहली मुलाकात फोर्ट कोच्चि में हुई थी। यहां यह कुत्ता बहुत भूखा और मरने की स्थिति में था। ऐसे में इस कपल ने उसे अपने साथ रखने का फैला किया। इसके बाद से वह कपल के साथ कारों, बसों, ट्रेन, बाइक और यहां तक कि फेरी में सफर करता है।

कपल घूमने के लिए आया था भारत

क्रिस्टीना मासालोवा प्राचीन मिस्र के धर्म पर पीएचडी कर चुकी हैं। उनके पति ने यूजीन पेट्रस एडर्टिजमेंट एक्सपर्ट थे। एक दिन दोनों अपने काम से ऊब कर अपनी लाइफ को फिर से शुरू करने का फैसला किया। दोनों ने अपनी नौकरी छोड़ दी।

अपना कुछ सामान बेचा, अपने अपार्टमेंट को किराए पर दे दिया। इसके बाद यह घूमने के लिए इंडिया आ गए। कोच्चि आने की इन लोगों की प्लानिंग नहीं थी लेकिन कीव से कोच्चि की टिकट सस्ती होने के कारण ये लोग ये यहां पहुंचे थे।

क्रिस्टीना का कहना है कि यूक्रेन में, आपको स्ट्रीट डॉग बहुत कम मिलते हैं, इसलिए आप सोच सकते हैं कि स्थिति बेहतर है, लेकिन ऐसा नहीं है। कपल ने कहा कि हमें लगता है कि इसके पीछे सरकार है।

यह एक वैश्विक समस्या है, और केवल अलग-अलग देशों में खुद को अलग-अलग रूप में दिखाती है। उन्होंने कहा कि यदि हम सब मिलकर काम करें, तो हम पृथ्वी को सभी प्राणियों के लिए एक प्यारा घर बना सकते हैं।

Back to top button