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20 दिन के बच्चे को गोद में उठा, रोज 60KM का सफर कर परीक्षा देती है ये मां, पति बोला- गर्व है मुझे

कहते हैं यदि आपके अंदर कुछ कर गुजरने का जुनून है तो रास्ते की हर कठिनाई आसान लगती है। जिसे लाइफ में सफलता का स्वाद चखना रहता है, वह जीवन में आने वाली कठिनाइयों से हार मानकर अपने कदम पीछे नहीं करता है। अब प्रियंका बघेल नाम की इस मां को ही ले लीजिए।

20 दिन का बच्चा लेकर रोज परीक्षा देने जाती है महिला

प्रियंका बघेल ने 20 दिन पहले ही एक बेटे को जन्म दिया था। हाल ही में उनका 12वीं का पेपर था। ऐसे में प्रियंका अपने 20 दिन के बच्चे को लेकर परीक्षा देने आ गई। परीक्षा सेंटर पर पहुंचना भी उनके लिए आसान नहीं था। दरअसल उनकी परीक्षा का सेंटर मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में है। जबकि वह ग्वालियर से 60 किलोमीटर दूर आंतरी गाँव में रहती हैं।

प्रियंका परीक्षा देने रोज 20 दिन के बच्चे को लेकर 60 किलोमीटर का सफर तय करती हैं। उनके इस काम में पति खेर सिंह मदद करते हैं। वे पेशे से ड्राइवर हैं। उन्होंने सिर्फ 12वीं तक पढ़ाई की है। उनकी ड्राइवरी से घर खर्च तो आसानी से चल जाता है, लेकिन फिर भी प्रियंका का सपना है कि वह पढ़ लिखकर डॉक्टर बने। उसके इस सपने को पूरा करने में पति पूरी हेल्प कर रहे हैं।

डॉक्टर बनने का है सपना, पति कर रहा मदद

प्रियंका जब परीक्षा देने जाती है तो बाहर पति अपने 20 दिन के बेटे को संभालते हैं। प्रियंका ने शादी के बाद आगे की पढ़ाई करने की इच्छा जाहीर की थी। शुरुआत में उनके ससुरालवालों ने इनकार कर दिया था। लेकिन जब प्रियंका ने उन्हें समझाया तो वे मान गए। इसके बाद पति ने 12वीं का प्राइवेट फॉर्म भरवा दिया। हालांकि परीक्षा के 20 दिन पहले प्रियंका ने बच्चे को जन्म दिया। लेकिन इसके बावजूद उसने परीक्षा में बैठना उचित समझा।

आज प्रियंका उन करोड़ों महिलाओ के लिए मिसाल बन गई है जो अपने घर की समस्याओं के चलते आगे पढ़ाई करने से पीछे हट जाती है। अब प्रियंका के ससुरालवाले की शिक्षा के महत्व को समझ चुके हैं। उनका कहना है कि “हमारी बहू बेटियों के लिए मिसाल है।” वहीं पति को भी अपनी बीवी पर गर्व है।

दूसरी महिलाओं के लिए बनी मिसाल

प्रियंका की यह स्टोरी सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रही है। हर कोई उनकी और उनके पति की तारीफ कर रहा है। इस स्थिति में महिलाओं को घर के लोगों का सपोर्ट मिलना बेहद जरूरी होता है। उनके सपोर्ट के बिना महिला की मुश्किलें और भी बढ़ जाती है। इस खबर से आप भी सीख लें और अपने घर की बेटियों और बहुओं को खूब पढ़ाए।

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