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हिंदुस्तान की बहू बन कर आई कजाकिस्तान की लेडी डॉक्टर, बेहद दिलचस्प है ये इंटरनेशनल लव स्टोरी

प्यार ना देश देखता है ना सरहद, प्यार के लिए तो बस दिल मिलना चाहिए। दिल मिलने के बाद प्रेमी युगल के लिए भाषा, मजहब, संस्कृति जैसी हर सीमाएं पीछे छूट जाती हैं और दो दिल एक हो जाते हैं। कुछ ऐसा ही तब हुआ जब हिंदुस्तानी लड़के के दिल से कजाकिस्तान की एक लेडी डॉक्टर लड़की का दिल मिल गया और वो बहू बनकर हिंदुस्तान आ गई।

सीकर में बहू बनकर आई तानिया

राजस्थान के सीकर का एक कपल (इन दिनों काफी सुर्खियां बटोर रहा है। इनकी चर्चा पूरे शेखावटी में हो रही है। दरअसल, कजाकिस्तान की युवती सीकर की बहू बनकर आई है। इस जोड़े की लव स्टोरी से लेकर शादी की पूरी कहानी भी काफी दिलचस्प है।

तुर्की में हुई पहली मुलाकात

ये लव स्टोरी है सीकर के पंकज सैनी और कजाकिस्तान की तानिया की। दोनों की पहली मुलाकात तुर्की के एयरपोर्ट पर हुई थी. फिर दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई और बात शादी  तक आ पहुंची। पंकज का कहना है कि वह एक रिटेल कंपनी में काम कर रहे थे। साल 2019 में उन्हें कंपनी के किसी काम से तुर्की जाना पड़ा। इस दौरान एयरपोर्ट पर उनकी मुलाकात कजाकिस्तान की रहने वाली तानिया से हुई। तानिया ने डॉक्टरी की पढ़ाई पूरी कर ली थी और तुर्की घूमने आई थी। एयरपोर्ट पर दोनों की बीच बातचीत शुरू हुई। फिर नंबर एक्सचेंज हुए और फोन पर बातें होने लगी। दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे।

पेशे से डॉक्टर हैं तानिया

कजाकिस्तान की तानिया पेशे से डॉक्टर है और सीकर के पंकज मार्केटिंग के फिल्ड से हैं। दोनों ने शादी से पहले एक दूसरे के कल्चर को अच्छी तरह समझने की कोशिश की। परिवारों की रजामंदी से दोनों ने गुरुवार को सात फेरे लिए। फिलहाल, तानिया के घर वालों को भारत का वीजा नहीं मिल पाया है, इस वजह से वे शादी में नहीं शामिल हो सके।

हिंदू रीति रिवाजों से हुई शादी

पंकज और तानिया की शादी पूरे हिंदू रीति रिवाजों से हुई। लड़की को हल्दी लगाई गई। हाथों में मेहंदी सजी। बैंड बाजे के साथ दूल्हा पंकज बारात लेकर आया और दोनों की धूमधाम से शादी हुई। खास बात यह रही कि पंकज की भाभी के माता-पिता ने शादी का पूरा इंतजाम किया और लड़की का कन्यादान किया। रिश्तेदार और गांव के लोग इस शादी में शामिल हुए।

कोरोना की वजह से शादी में हुई देरी

पंकज और तानिया के घरवाले जब इस रिश्ते के लिए तैयार हो गए तो अक्टूबर 2019 में ही इनकी सगाई हो गई थी। लेकिन इसके बाद कोरोना काल आ गया और 2 साल तक शादी के लिए इंतजार करना पड़ा। तानिया को वीजा नहीं मिल पाया, इस वजह से वह भारत नहीं आ पाई। आखिर 1 फरवरी को वह यहां पहुंच गई और पंकज यहां पहले ही पहुंच गये थे। सीकर में दोनों सात फेरों के बंधन में बंध गए। खास बात यह है कि हिंदू रीति रिवाज से शादी हुई और तानिया ने सभी रस्म पूरी की।

विदेशी बहू पाकर खुश हैं पंकज के घरवाले

पंकज सैनी के पिता कहते हैं कि पंकज ने उन्हें कजाकिस्तान की रहने वाली डॉक्टर के बारे में बताया और शादी करने की बात की, तो हमने भी उसे अनुमति दे दी और आज दोनों शादी करके बहुत खुश हैं। उनकी खुशी में पूरा परिवार भी खुश है। सीकर की बहू बनी तानिया का कहना है कि राजस्थान के बारे में उन्होंने पहले से सुना था और राजस्थान उन्हें बहुत पसंद था। इसी वजह से उन्होंने राजस्थान में शादी करने का फैसला किया। पंकज से शादी करने के लिए तानिया ने हिंदी बोलना भी सीखा और आज वह हिंदी में अपनी बात बोल कर समझा देती हैं।

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