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जब बिजलीकर्मी का चालान काटना पुलिस को पड़ गया महंगा, ऐसा बदला लिया कि थाने में अफरातफरी मच गई

पुलिस वालों के रौब से हर कोई एक बार खौफ खाता है, और उनसे भिड़ने की कोशिश कम ही लोग करते हैं। लेकिन कभी-कभी नहले को दलहा मिल जाता है। ऐसा ही हुआ जब बिजली विभाग के एक कर्मचारी ने पुलिस वालों को काफी परेशान कर दिया। बिहार के हाजीपुर में पुलिस ने बिजली विभाग के एक लाइनमैन का चालान काटा था, उसका बदला इस बिजलीकर्मी ने अपने हिसाब से लिया। क्या है पूरा मामला आपको आगे बताते हैं-

दरअसल, पुलिस महिला थाना हाजीपुर- महनार मुख्यमार्ग पर थाने के सामने वाहन चेकिंग अभियान चला रही थी। उसी समय बिजली विभाग का ये लाइनमैन बिना हेलमेट के बाइक पर सवार होकर कहीं जा रहा था। तभी पुलिस वालों ने उसका चालान काट दिया। लाइनमैन ने अपने को बिजली विभाग के कर्मचारी होने का हवाला दिया और आइंदा हेलमेट पहन कर आने की बात कही, लेकिन पुलिस वाले नहीं माने और कहा कानून सबके लिए बराबर है और चालान काट दिया। उस समय लाइनमैन ने चालान तो दे दिया, लेकिन फिर उसने ऐसा कुछ किया कि मामला बढ़ते-बढ़ते काफी बढ़ गया।

लाइनमैन ने थाने की बिजली काटी

चालान कटने से नाराज लाइनमैन ने करीब एक घंटे बाद थाने के सामने लगे खंबे पर चढ़कर बिजली का कनेक्शन ही काट दिया। जैसे ही बिजली गुल हुई तो थाने में अफरातफरी सी मच गई। पुलिसवाले अंधेरे में मोबाईल टॉर्च की लाइट से कागजात टटोटते दिखे। जब पुलिस वालों को पता चला कि यह काम उस लाइनमैन का है तो वे उस बिजली काटने वाले लाइनमैन को पकड़कर थाना ले आए।

दोनों विभाग के अधिकारी पहुंचे

इस बात की सूचना जब बिजली विभाग के जेई को मिली तो वे भी थाने पहुंचे। उन सभी के बीच इस बात को लेकर खूब विवाद हुआ। लेकिन जब बात दोनों विभागों के बड़े अधिकारियों तक पहुंची तो बातचीत करके कई घंटे बाद जाकर मामला सुलझा गया। अधिकारियों के दखल के बाद ही थाने की बिजली बहाल हो सकी।

महाराष्ट्र में किसानों की बिजली काटी

इधर महाराष्ट्र में भी विवाद के फलस्वरूप बिजली काटने का मामला सामने आया है। महाराष्ट्र के नाशिक में किसानों और बिजली कंपनी के बीच जमकर विवाद चल रहा है। बीते दिनों रात में बिजली कंपनी ने बकाया बिल की वजह से किसानों की बिजली काट दी। किसानों ने कंपनी के अधिकारियों से आपूर्ति शुरू करने की मांग की, लेकिन बात नहीं बनी। जिसके बाद गुस्साए किसानों ने भी 30 जनवरी को 132 केवी लाइन के टावर पर चढ़कर आंदोलन किया। किसानों के समर्थन में शेतकरी संगठन भी उतर आया।

किसानों का आरोप है कि बिना किसी सूचना के उनकी बिजली सप्लाई काट दी गई। किसान मनोज जाधव ने कहा कि गांव में अंगूर की खेती ज्यादा होती है। बढ़ती ठंड के बीच अगर अंगूर के खेती को पानी नहीं दिया तो किसानों की सालभर की मेहनत बर्बाद हो जाएगी।

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