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Corona Alert: विश्व स्वास्थ्य संगठन की चेतावनी, ‘ओमिक्रोन को आखिरी वेरिएंट मनाने की ना करें गलती

कोविड की तीसरी लहर ओमिक्रोन का सामना दुनिया भर के देश कर रहें हैं। हाँ बशर्तें कि इस लहर में अस्पताल जाने वाले मरीज़ों की संख्या कमतर ही दिख रही और मौतों की तादाद भी काफी कम संख्या में देखने को मिल रही। ऐसे में अधिकतर देश अब थोड़ी चैन की सांस लेना शुरू कर दिए थे। वहीं भारत जैसे विकासशील देश भी इसी आशा में थे कि तेजी से बढ़ते वैक्सिनेशन और ओमिक्रोन के घटते प्रभाव के साथ अब चीजें सामान्य हो जाएगी। लेकिन जरा रुकिए!

अगर आप ऐसा सोच रहें हैं तो शायद आप गलत सोच रहें हैं। अब आप कहेंगे इसमें गलत क्या सोचना जो चीजें स्पष्ट दिख रही, इसको लेकर संशय क्यों? ऐसे में हम आपको बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक नया फरमान जारी किया है और उसमें कहा है कि दुनिया अभी नाजुक मोड़ पर है। आइए ऐसे में समझें इसका निहितार्थ…

बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेब्रेयियस ने चेतावनी दी है कि कोरोना वायरस के और स्वरूपों के आने के लिए आदर्श स्थिति बनी हुई है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि यह मानना कि ओमिक्रोन आखिरी स्वरूप है या हम महामारी के अंतिम दौर में हैं, यह एक खतरनाक सोच है।

इतना ही नहीं गौरतलब हो कि घेब्रेयियस ने डब्ल्यूएचओ की कार्यकारी बोर्ड की बैठक में कहा कि, ‘‘ महामारी कैसा रूप धारण करेगी और कैसे विकट चरण को खत्म किया जाए इसको लेकर अलग-अलग परिदृश्य हैं। लेकिन यह मानना खतरनाक होगा कि ओमिक्रोन, वायरस का आखिरी स्वरूप होगा या महामारी खत्म होने को है।” इसके अलावा उन्होंने आगे अपनी बात में कहा कि, ‘‘इसके विपरीत, वैश्विक स्तर पर वायरस के और स्वरूप आने के लिए आदर्श अवस्था बनी हुई है।”

बता दें कि घेब्रेयियस ने आगे जोर देते हुए कहा कि, “हम कोविड-19 महामारी को दिए गए वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल के दर्जे को खत्म कर सकते हैं और यह हम इसी साल कर सकते हैं।” यह डब्ल्यूएचओ के लक्ष्यों को, जैसे प्रत्येक देश में साल के मध्य तक 70 प्रतिशत आबादी का टीकाकरण, कोविड-19 से अधिक खतरे वाले लोगों पर ध्यान केंद्रित कर, जांच में सुधार कर और वायरस और उसके स्वरूप पर नजर रखने के लिए आनुवंशिकी अनुक्रमण की दर बढ़ाने को प्राप्त करके कर सकते हैं।

World Health Organization Alert

इतना ही नहीं डब्ल्यूएचओ के प्रमुख ने कहा कि अगर अहम लक्ष्यों को हासिल कर लेते है तो महामारी का घातक दौर इस साल खत्म हो सकता है। आख़िर में बता दें कि विश्व निकाय के महानिदेशक घेब्रेयियस ने ये बातें उस दौरान कही। जब वे बीते दिन सोमवार को एक बैठक में भाग ले रहे थे, गौरतलब हो कि इस दौरान उन्होंने तंबाकू के इस्तेमाल, जीवाणु रोधी इलाज के खिलाफ प्रतिरोध की लड़ाई, जलवायु परिवर्तन के मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर जैसी वैश्विक चिंताओं पर भी बात रखी।

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